इमरान खान को कुर्सी से उतारने को विपक्ष की घेराबंदी तेज, शहबाज से मिले फजलुर रहमान
July 20, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

इमरान खान को कुर्सी से उतारने को विपक्ष की घेराबंदी तेज, शहबाज से मिले फजलुर रहमान

by WEB DESK
Jan 13, 2022, 04:31 pm IST
in भारत, दिल्ली
इमरान खान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री

इमरान खान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
इमरान खान जब तक सरकार में रहे, तब तक विकराल होती इन समस्याओं से पाकिस्तानी जनता को छुटकारा दिला पाना संभव नहीं, इसलिए वे भी उनके आंदोलनों में शामिल होकर इमरान सरकार को गद्दी से उतारने में मदद करें।

मीम अलिफ हाशमी

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कुर्सी से उतारने की प्रमुख विपक्षी दलों की फिर कोशिशें तेज हो गई हैं। एक तरफ विपक्ष दलों का संयुक्त मोर्चा पाकिस्तान डेक्रेटिकव मूवमेंट में आफिस अली जरदारी की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी पीपीपी को दोबारा शामिल करने के प्रयास तेज हो गए हैं। वहीं, संसद में विश्वास प्रस्ताव लाकर सरकार को गिराने से पहले शक्ति प्रदर्शन के लिए 'लांच मार्च' आयोजित करने की योजना बनी है। जलसा, जुलूस और लांग मार्च कर पाकिस्तानी जनता को यह समझाने की कोशिश की जाएगी कि महंगाई, बेकारी, बेरोजगारी और गिरती कानून व्यवस्था अब असहनीय हो गई है। इमरान खान जब तक सरकार में रहे, तब तक विकराल होती इन समस्याओं से पाकिस्तानी जनता को छुटकारा दिला पाना संभव नहीं, इसलिए वे भी उनके आंदोलनों में शामिल होकर इमरान सरकार को गद्दी से उतारने में मदद करें। इस बीच यह खबर भी आ चुकी है कि सेना इमरान खान सरकार के रवैये से नाराज है और मियां नवाज शरीफ की ताजपोशी की तैयारी चल रही है। अभी मियां साहब लंदन में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं।

बहरहाल, इमरान खान को सत्ताच्युत करने के मुद्दे पर बुधवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ और पीडीएम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान की इस्लामाबाद में मुलाकात हुई। उनके बीच लंबी चली बैठक के बाद बताया गया कि उन्होंने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और सदन में समर्थन देने में अपनी भूमिका को फिर से कंडीशन किया है। शाहबाज शरीफ ने कहा कि इस बार विपक्षी दलों का मानना है कि इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सफल होगा। संख्यात्मक बहुमत के साथ हमें इस बात पर भरोसा होना चाहिए कि श्रेष्ठता कैसे प्राप्त जाती है। बता दें कि इससे पहले सदन में इमरान खान के खिलाफ आए विश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष में दरार पड़ गई थी।

मौलाना फजलुर रहमान के आवास पर दोनों नेताओं की हुई बैठक में मौलाना ने कहा कि बैठक में 27 फरवरी को पीपीपी के लॉन्ग मार्च की घोषणा से पहले बिलावल भुट्टो ने उन्हें एक संयुक्त लॉन्ग मार्च में आमंत्रित किया है, लेकिन मैंने यह कहते हुए मना कर दिया कि जब आप पीडीएम में नहीं लौटना चाहते हैं, तो हम उनके मेले को सजाने के लिए संयुक्त लंबा मार्च क्यों करें। हम महंगाई के खिलाफ मार्च करेंगे। दरअसल, इस तरह की बातें कर मौलाना पीपीपी पर दबाव बनाना चाहते हैं ताकि यह विपक्षी दलों के संयुक्त मोर्चा पीडीएम के कार्यक्रमों के साथ आ जाएं। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पीडीएम में पीपीपी की वापसी को लेकर आसिफ अली जरदारी के हालिया बयान पर भी चर्चा हुई। जरदारी के उक्त बयान के बाद ही फजलुर रहमान ने शाहबाज शरीफ से संसद में पीपीपी के साथ अपना सहयोग जारी रखने की मंशा जताई है। बैठक में दोनों नेताओं ने कुछ गैर-राजनीतिक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया, ताकि दोनों पक्षों की बीच भरोसा प्रगाढ़ हो सके।

बताते हैं कि मौलाना के कुछ सवालों के लिए शाहबाज शरीफ ने लीग के साथियों से सलाह-मशविरा कर जवाब देने का समय मांगा है। इसके बाद ही 25 जनवरी को आयोजित पीडीएम शिखर सम्मेलन की रूप-रेखा तय की जाएगी। इस बार विपक्षी दल ऐसा कोई छिद्र नहीं छोड़ना चाहता जिसकी मदद से इमरान खान सरकार में बने रह सकें। बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन से इतर मीडिया से बात करते हुए मौलाना फजलुर रहमान ने मेजबानी के अपने अधिकार का पूरा फायदा उठाया। ज्यादातर सवालों के जवाब खुद ही दिए, जबकि शहबाज शरीफ इस मौके पर राजनीतिक अतिथि के तौर पर नजर आए। जब शहबाज पर इमरान खान को सरकार में बने रहने में मदद करने को लेकर सवाल पूछा गया तो वह वहां से उठकर चले गए।  दूसरी ओर अवामी नेशनल पार्टी भी सरकार के खिलाफ जनता के विरोध को भुनान, लांग मार्च में भाग लेने और अपनी भूमिका निभाने की तैयारी में है। बता दें कि आसिफ जरदारी और बिलावल भुट्टो ने इच्छा व्यक्त की है कि एएनपी लांग मार्च में पूरी क्षमता के साथ भाग ले। बता दें कि पीपीपी का 27 फरवरी को सरकार के खिलाफ लांग मार्च है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Arunachal Flood landslide death

अरुणाचल में भूस्खलन और बाढ़ से तबाही, अबतक 15 लोगों की मौत, 36,000 से अधिक प्रभावित

miraz-2000 atra MK2

स्वदेशी Astra Mk2 मिसाइल से लैस होंगे मिराज-2000 विमान

Russia Ukraine War

Russia Ukraine War: क्या हुआ कि युद्धविराम की बात करने लगे जेलेंस्की?

Indus water treaty Manoj Sinha

सिंधु जल समझौता खत्म होना कश्मीर के लिए वरदान: मनोज सिन्हा

WCL 2025 Shikhar Dhawan

WCL 2025: शिखर धवन ने ठुकराया भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच, कहा- ‘देश से बढ़कर कुछ नहीं’

Shashi Tharoor national interest Party loyalty

कांग्रेस से वफादारी पर शशि थरूर: राष्ट्रीय हित पहले, पार्टी बाद में

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Arunachal Flood landslide death

अरुणाचल में भूस्खलन और बाढ़ से तबाही, अबतक 15 लोगों की मौत, 36,000 से अधिक प्रभावित

miraz-2000 atra MK2

स्वदेशी Astra Mk2 मिसाइल से लैस होंगे मिराज-2000 विमान

Russia Ukraine War

Russia Ukraine War: क्या हुआ कि युद्धविराम की बात करने लगे जेलेंस्की?

Indus water treaty Manoj Sinha

सिंधु जल समझौता खत्म होना कश्मीर के लिए वरदान: मनोज सिन्हा

WCL 2025 Shikhar Dhawan

WCL 2025: शिखर धवन ने ठुकराया भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच, कहा- ‘देश से बढ़कर कुछ नहीं’

Shashi Tharoor national interest Party loyalty

कांग्रेस से वफादारी पर शशि थरूर: राष्ट्रीय हित पहले, पार्टी बाद में

Irana Shirin Ebadi

शिरीन एबादी ने मूसवी के जनमत संग्रह प्रस्ताव को बताया अव्यवहारिक, ईरान के संविधान पर उठाए सवाल

छत्रपति शिवाजी महाराज के दुर्ग: स्वाभिमान और स्वराज्य की अमर निशानी

महाराष्ट्र के जलगांव में हुई विश्व हिंदू परिषद की बैठक।

विश्व हिंदू परिषद की बैठक: कन्वर्जन और हिंदू समाज की चुनौतियों पर गहन चर्चा

चंदन मिश्रा हत्याकांड का बंगाल कनेक्शन, पुरुलिया जेल में बंद शेरू ने रची थी साजिश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies