पाकिस्तान आतंकियों की शरणस्थली तो है ही अब तालिबान उसका पड़ोसी भी हो गया है। तालिबानी सोच उस पर और हावी होती जा रही है। अभी पिछले साल दिसंबर में आपने एक खबर पढ़ी होगी कि पाकिस्तान में चार महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराई गई थी। उन्हें बहुत बुरी तरह से पीटा गया था। उनकी गलती बस इतनी थी कि उन्होंने एक दुकान से पीने के लिए पानी मांगा था और मजहबी कट्टरपंथी दुकानदार ने उन पर चोरी का आरोप लगा दिया था। इस शर्मनाक घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
नौ जनवरी को पाकिस्तान में फिर एक शर्मनाक घटना हुई। सियालकोट के पलूरा कलां में मुनव्वर कंवल को बहुत बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया। उनका नसरीन से भूमि विवाद चल रहा था। नसरीन अपने रिश्तेदारों के साथ मुनव्वर कंवल के घर पहुंची। नसरीन के भतीजे ने मुनव्वर के सिर के बाल पकड़े और जमीन में घसीटते हुए गांव में घुमाया। उन्हें चप्पल से, थप्पड़ों से पीटा। इसके बाद उन पर लोहे की रॉड से प्रहार किया गया। वह बेहोश सी हो गयीं फिर भी उन पर जुल्म ढाया जाता रहा।
यह वीडियो अगर सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होता तो पाकिस्तान के कट्टरपंथियों की तालिबानी सोच उजागर नहीं होती। मानवाधिकार की दुहाइयां देने वाले तथाकथित सेकुलरों को यह पीड़ा नहीं दिखी। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का दर्द उन्हें नहीं दिखता है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर आरिफ, तिमूर कासिम, नूर हसन, हैदर अली, मुबशिर अली, जीशान अली, असद अली, सज्जाद हुसैन और यासमीन बीबी को गिरफ्तार किया है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं और सिखों को निशाना बनाने की खबरें पाकिस्तान से अक्सर आती रहती हैं।
कुछ दिनों पहले पाकिस्तान में इस्लाम की दुहाई देने वालों ने भीड़ में एक महिला यूट्यूबर के शरीर से न केवल सारे कपड़े नोच लिए थे। उसके शरीर को भी बेरहमी से निशाना बनाया था। वहीं, दिसंबर में सरेआम चार महिलाओं के कपड़े उतार कर पीटने, निर्वस्त्र कर सड़कों पर घसीटने का मामला आया था। कपड़े उतारने के वायरल वीडियो में कई टोपीधारी थे। घटना फैसलाबाद की थी। एक लड़की समेत चार महिलाएं अपने आसपास के लोगों से अपने शरीर को ढकने की भीख मांग रही थीं, लेकिन भीड़ ने उनकी बात नहीं सुनी। उन्हें लाठियों से पीटा। महिलाओं ने बताया कि उन्हें प्यास लगी थी और वे उस्मान बिजली की दुकान के अंदर गईं। पानी की बोतल मांगी, लेकिन उसके मालिक सद्दाम ने चोरी करने के इरादे से दुकान में घुसने का आरोप लगा दिया।
सद्दाम और अन्य लोगों ने उन्हें पीटा, उनके शरीर से कपड़े उतार दिए। उन्होंने वीडियो बनाए। भीड़ में से किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की।
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