जानकारी के मुताबिक जोशीमठ शहर गोरसों बुग्याल और अलकनन्दा की गहरी ढलान पर बसा हुआ है। शहर के पेट्रोल पंप, नरसिंह मंदिर और ग्रीफ कैम्प के आसपास सड़कों और भवनों के आसपास जमीनों में गहरी दरारें पड़ गयी हैं और ये गहरी और चौड़ी हो रही हैं। स्थानीय लोगों को डर है कि इनमें पानी रिसेगा और एक दिन बड़ा नुकसान होगा। भूगर्भ वैज्ञानिक डॉ दिनेश सती के मुताबिक ये भूगर्भीय हलचल की वजह से हो रहा है। ये क्षेत्र पुराने रॉक स्लाइड वाला है और इस पर व्यापक सर्वे की जरूरत है। जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के बाद शासन को इस क्षेत्र के भूगर्भीय सर्वेक्षण और इस बारे में उपाय संबंधी कार्यों के लिए लिखा गया है। उल्लेखनीय है कि जोशीमठ के आसपास जल विद्युत परियोजनाओं के साथ साथ ऑल वेदर रोड पर भी काम चल रहा है।
टिप्पणियाँ