बरेली जनपद में मंगलवार को कांग्रेस की मैराथन के दौरान अव्यवस्था फैलने से कई बच्चियों को चोट आई। बच्चियां जब लाइन में खड़ी थीं तभी पीछे से धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इससे आगे खड़ी बच्चियां दब गईं और चीख-पुकार मच गई।
विशप मंडल इंटर कॉलेज के मैदान पर सड़क पर दबी हुई छात्राएं, घायल अवस्था मे चीखती छात्राएं और मीडिया के साथ हाथापाई और धक्का मुक्की हुई। छोटी-छोटी बच्चियों की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया। पांच किलोमीटर की मैराथन के लिए इस्लामिया गर्ल्स इंटर कॉलेज समेत कई इंटर कॉलेज की छात्राओं को बुलाया गया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक, करीब 10 हजार छात्राएं मैराथन में मौजूद थीं। इस दौरान धक्का-मुक्की की वजह से आगे खड़ी छात्राएं दब गईं। कई छात्राएं उनके ऊपर से निकल गईं। कांग्रेस नेताओं ने मीडिया के साथ धक्का-मुक्की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इस दौरान कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मेयर ने आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने कहा कि जब वैष्णो देवी में भगदड़ मच सकती है तो ये तो बच्चियां है, ये इंसानी फितरत होती है। लेकिन मैं मीडिया कर्मियों से माफी मांगता हूं। ये साजिश भी हो सकती है, कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह से इस तरह की साजिश हो सकती है। घायल बच्चियों को 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया है।
अनुमति कैसे मिली
सबसे बड़ी लापरवाही ये देखने मे मिली कि कोरोना के दौरान हजारों बच्चियों को बुला लिया गया। जिला प्रसाशन ने आखिर कैसे इसकी अनुमति दे दी। इस मामले में कॉलेज प्रशासन के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए कि आखिर कोरोना काल मे बच्चियों को कैसे भेज दिया गया। इस मामले में डीएम मानवेन्द्र सिंह का कहना है कि मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट को दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर करवाई जाएगी।
(सौजन्य सिंडिकेेट फीड)
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