देवप्रयाग के श्रीकृष्ण प्रनामी आश्रम में शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने साधु-संतों के साथ बैठक की। उन्होंने हिमालय क्षेत्र में जिहादियों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की।
बैठक में स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि हिमालय हमारा देवालय है। यहां किसी जिहादी का प्रवेश नहीं होना चाहिए। प्राचीन काल से यहां ऋषि-मुनि तप और पूजन करते आये हैं। भारतविरोधी देशों के इशारे पर उत्तराखंड में हिंदू धर्म और उनके उपासना स्थलों को नष्ट करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। देवभूमि को मांस, मदिरा और जिहादियों से मुक्त करने का साधु-संतों ने अभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि चारधाम की पावन भूमि को विधर्मियों से मुक्ति दिलाने का भी संकल्प लिया गया है। शंकरचार्य परिषद की ओर से इस बारे में कई स्थानों पर बैठक करने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के विरुद्ध चलाये जा रहे षड़यंत्रों को किसी भी प्रकार से सफल नहीं होने दिया जायेगा। बैठक के बाद साधु-संतों ने देवप्रयाग में हिमालय हमारा देवालय है के नारों के साथ साथ रैली भी निकाली। बैठक में स्वामी महेश स्वरूप, स्वामी सागर सिंधु, गिरीश मिश्र, सचिन तिवाडी, मारुति नंदन आदि मौजूद थे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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