देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सनातन धर्म इंटर कॉलेज बन्नू रेसकोर्स में 15 से 18 वर्ष आयु के किशोरों के कोविड टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया। टीकाकरण अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर मुख्यमंत्री के समक्ष आरना एवं प्रथा का टीकाकरण किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एक सप्ताह में प्रदेश के 15 से 18 वर्ष के सभी 6 लाख 28 हजार किशोरों का टीकाकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरगामी सोच के परिणामस्वरूप ही सबको सुरक्षा का कवच मिला है। देश में कोविड की जब पहली लहर आयी, प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इससे बचाव के लिए अनेक अनुसंधान किये। भारत में कोविड से बचाव के लिए दो स्वदेशी वैक्सीन निर्मित की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में कोविड टीकाकरण का महाअभियान चलाया गया है। कोरोना के शुरुआती चरण में इससे बचाव के लिए सीमित संसाधन थे। कोरोना से बचाव के लिए तेजी से सभी संसाधन जुटाये गये। आज कोविड से बचाव के लिए देश के पास पर्याप्त संसाधन हैं। भारत दूसरे देशों को भी कोविड वैक्सीन एवं अन्य उपकरण उपलब्ध करा रहा है। उत्तराखण्ड में भी सभी सुविधाएं पर्याप्त मात्र में उपलब्ध हैं। कोरोना की वजह से अनेक लोगों के कार्य प्रभावित हुए।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि आज से पूरे प्रदेश में 15 से 18 आयुवर्ग के किशोरों के टीकाकरण की शुरुआत की गई। इस आयु वर्ग के राज्य में बाहरी प्रदेशों से पढ़ने वाले किशोरों का टीकाकरण भी किया जाएगा। राज्य में कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज का भी 85 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण हो चुका है। इसे जल्द पूर्ण किया जाएगा। 10 जनवरी से फ्रंटलाईन वर्कर एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के बूस्टर डोज का अभियान भी शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक निर्णय लिये गये हैं। 800 ए.एन.एम के पदों पर जल्द भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। 3000 नर्सिंग स्टाफ एवं 1 हजार वार्ड बॉय भी जल्द भर्ती किये जाएंगे। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक विनोद चमोली, मेयर सुनील उनियाल गामा, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा, सीएमओ देहरादून डॉ. मनोज उप्रेती भी मौजूद रहे।
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