पाकिस्तान में आतंकी संगठन किस तरह से इस्लाम के नाम पर युवाओं की जिंदगी बर्बाद करते हैं और हिंदुस्तान में आतंक मचाने के लिए उनका किस तरह से ब्रेनवॉश किया जाता है। इसका खुलासा खुद हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी की पत्नी रजिया बीबी ने किया है। पाकिस्तान से भागकर भारत आईं रजिया ने पाक के दहशतगर्दों की पोल खोलकर रख दिया है।
रजिया का कहना है कि 'पाकिस्तान में ईद मनाई है, लेकिन न मनाने के बराबर। खुशियां भी बनाई है, लेकिन न मनाने के बराबर। हिंदुस्तान में करीब 15 दिन हो गए हैं, मैं काफी सुकून में हूं, यहां बहुत अच्छा है। सुकून से सो तो सकती हूं। बच्चे दिन में खेलते रहते हैं, उनकी टेंशन नहीं होती है। मैं भी चुप बैठी रहती हूं। जिस हिसाब से कह रहे थे कि भारत में ये होगा, वो होगा, लेकिन यहां आकर बहुत सुकून मिला, बहुत रिलैक्स में हूं, यहां पर मेरे बच्चों का बहुत ख्याल रखा गया।' जब उससे पूछा गया कि अगर यहां कि महिला पाकिस्तान जाए तो उसके साथ क्या व्यवहार किया जाएगा। इसके जवाब में रजिया कहता हैं, 'वो वहां अपनों का ख्याल नहीं रखते तो यहां से जाने वालों का क्या रखेंगे।'
एक आतंकी की बीवी होने के नाते यहां कैसा व्यवहार किया गया इस सवाल पर रजिया ने कहा, 'बहुत अच्छा व्यवहार किया गया, बहुत ख्याल रखा मेरा और मेरे बच्चों का। मेरा सपोर्ट तो इंशा अल्लाह इधर का ही होगा। यहां मेरे बच्चों को सुकून मिला है। पाकिस्तान में जो है सब नाम का है, लेकिन है कुछ भी नही। मेरे लिहाज में तो पाकिस्तान में कोई इंसानियत नहीं है। वहां जो तनसीम हैं, यहां कश्मीर के जो नौजवान हैं, उन पर इस्लाम का मतलब गलत बता करके नौजवानों का गलत इस्तेमाल करते हैं। इनकी जिंदगी बर्बाद कर देते हैं। खुछ तो ऐसे ही जाते हैं और कुछ शादी करके जाते हैं, खुद के साथ बच्चों को भी बर्बाद करते हैं। उनका क्या है वो तो खुद एक रास्ते पर हो जाते हैं। पीछे रह जाते हैं रोने के लिए बच्चे और बीवी।'
रजिया बीबी ने बताया कि उनका जन्म हिंदुस्तान में ही हुआ था। जब चार साल की थीं तब अपने पिता के साथ कश्मीर के बांदीपोरा से पाकिस्तान के मुज़फ्फराबाद चली गई थीं। वहां 2009 में उनका निकाह भाई के दोस्त से हुआ था, जिसका मुजाहिदों के साथ ताल्लुक था। रजिया ने कहा कि मैं तो यही कहूंगी कि मुजाहिद न बने कोई भी, क्योंकि जो मुझपर गुजरी है। मैं चाहती हूं किसी और पर न गुजरे। आतंकी पति की मौत के बाद उन्हें बर्तन तक धोकर गुजारा करना पड़ा। मांग-मांगकर बच्चों का पेट भरना पड़ा। कई बार तो भूखे पेट रहना पड़ता था। नवंबर में भारत लौटने के बाद रजिया को पुराना परिवार मिल गया है। जम्मू-कश्मीर की पुलिस-प्रशासन का भी पूरा सपोर्ट मिला। रजिया ने बताया कि पाकिस्तान ने उन जैसी बहुत सारी औरतों की जिंदगी बर्बाद कर दी है।
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