प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पूर्ण खंड का उद्घाटन किया। परियोजना के पहले चरण में 9 किलोमीटर लंबे खंड का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और दो साल से भी कम समय में इसका ट्रायल रन शुरू हो गया है। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय आवास व शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौज़ूद थे।
उत्तर प्रदेश के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने पहले आईआईटी कानपुर में दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना प्रदर्शनी का अवलोकन किया और फिर कानपुर मेट्रो के उद्घाटन के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ आईआईटी से मोती झील तक मेट्रो में यात्रा की।
कानपुर मेट्रो रेल परियोजना को 11,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया जा रहा है। पूरी परियोजना की लंबाई 32.6 किमी है, जो दो चरणों में पूरी होगी। इसमें दो गलियारे होंगे, जिनमें कुल 30 मेट्रो स्टेशन होंगे। पहले गलियारे की लंबाई आईआईटी कानपुर से नौबस्ता तक 24 किलोमीटर होगी। पहले चरण के तहत आईआईटी कानपुर से मोती झील तक 9 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई गई है। इसमें 9 मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं। मेट्रो से एक बार में 974 यात्री सफर कर सकेंगे और मेट्रो रेल की रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। कानपुर मेट्रो देश में सबसे तेजी से बनने वाली मेट्रो परियोजना होने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 नवंबर, 2019 को कानपुर मेट्रो परियोजना का निर्माण कार्य शुरू किया और दो साल से भी कम समय में 10 नवंबर, 2021 को आईआईटी से मोतीझील तक 9 किमी मार्ग पर परीक्षण परिचालन शुरू हुआ। मेट्रो रेल परियोजना के अलावा, प्रधानमंत्री बीना-पनकी बहुउत्पाद पाइपलाइन परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे। पीएमओ के अनुसार, 356 किलोमीटर लंबी बीना-पनकी बहुउत्पाद पाइपलाइन परियोजना की क्षमता लगभग 3.45 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष है।
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