पनामा पेपर्स लीक मामले में सोमवार को एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने करीब 6 घंटे तक पूछताछ की। एक्ट्रेस को पूछताछ के लिए दिल्ली के जामनगर हाऊस स्थित ईडी दफ्तर में बुलाया गया था। सूत्रों के अनुसार ऐश्वर्या राय से विदेशी मुद्रा से जुड़े फेमा कानून के प्रावधानों के तहत पूछताछ की गई। उनके बयान को रिकॉर्ड किया गया है। इस दौरान ऐश्वर्या ने कुछ दस्तावेज भी ईडी को सौंपे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐश्वर्या राय बच्चन से ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड स्थित कंपनी के बारे में कई सवाल पूछे गए हैं। अमीक प्रमोटर्स नाम की इस कंपनी में वह निदेशक रही हैं। पूछा गया कि ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में निगमित और रजिस्टर्ड कंपनी एमिक पार्टनर्स से उनका क्या संबंध है? एमिक पार्टनर्स में डायरेक्टर से शेयरहोल्डर क्यों बनीं? 2008 में कंपनी बंद क्यों हो गई? एमिक पार्टनर्स से जुड़े फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए क्या आरबीआई से अनुमति ली गई थी? ऐसे ही कई सवाल उनसे पूछे गए। बताया जा रहा है कि ऐश्वर्या राय ने जो दस्तावेज सौंपे हैं, उनके जांच के बाद फिर से उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। बता दें कि ऐश्वर्या राय बच्चन को इसके पहले दो बार पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है, लेकिन उन्होंने दोनों बार ईडी के समक्ष पेश होने में असमर्थता जताई थी। इसके पहले उनके पति अभिषेक बच्चन से भी पूछताछ हो चुकी है।
क्या है पनामा पेपर लीक मामला?
2016 में पनामा पेपर्स लीक मामले में एक कंपनी के लीगल दस्तावेज लीक हुए थे। यह डेटा एक जर्मन न्यूजपेपर ने जारी किया था। इसमें 190 से ज्यादा देशों के नेता, बिजनेसमैन, सिलेब्रिटी के नाम शामिल थे, जिनपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे। इसमें 300 भारतीयों के नाम शामिल थे, जिसमें ऐश्वर्या राय, अमिताभ बच्चन का भी नाम शामिल था। इस मामले की जांच के लिए सरकार ने उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था, जो एक-एक मामले की पड़ताल कर रही है और उसी के आधार पर ईडी संबंधित लोगों से पूछताछ कर रहा है।
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