बिहार के भागलपुर स्थित सुंदरवती महिला महाविद्यालय ने स्नातकोत्तर की छात्राओं के लिए अब एक नया ड्रेस कोड जारी किया है। महाविद्यालय के प्राचार्य की ओर से जारी एक सूचना में कहा गया है कि छात्राएं अब भारतीय परिधान साड़ी में नजर आएंगी। यह आदेश अगले वर्ष यानी 2022 से लागू हो जाएगा। इसके अनुसार प्रत्येक महीने की 15 तारीख को छात्राएं साड़ी पहनकर ही महाविद्यालय की कक्षा में प्रवेश कर सकती हैं। यदि 15 तारीख को छुट्टी रहेगी तो उसके अगले दिन इस नियम का पालन करना होगा। यदि किसी ने आदेश का पालन नहीं किया तो उसे कक्षा में प्रवेश नहीं मिलेगा। बता दें कि जो ड्रेस कोड दीक्षांत समारोह का था यानी लाल बॉर्डर वाली लेमन येलो साड़ी और लाल ब्लाउज। छात्राओं को वही पहन कर आना है। इस संबंध में सुंदरवती महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमन सिन्हा ने सभी विभागाध्यक्षों और शिक्षकों के साथ-साथ छात्राओं से भी अनुरोध करते हुए कहा है कि परंपरागत भारतीय परिधान साड़ी को ड्रेस के रूप में एक दिन के लिए लागू करने का प्रयास किया गया है। इसे आप लोग अवश्य सफल बनाएं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी डॉ. रमन सिन्हा ने छात्राओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया था। उन्होंने कॉलेज में छात्राओं के खुले बाल पर प्रतिबंध लगाया था। साथ ही छात्राओं के कॉलेज परिसर के अंदर सेल्फी लेने पर भी मनाही थी। छात्राओं को एक या दो चोटी बांधकर कॉलेज आने को कहा गया था। यही नहीं, अगर किसी ने बाल खुले रखे तो उन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं देने की बात कही गई थी।
इन सबके अलावा रॉयल ब्लू कुर्ती, सफेद सलवार, सफेद दुपट्टा, सफेद मौजा, काले जूते और सर्दी के मौसम में रॉयल ब्लू ब्लेजर और कार्डिगन पहनना भी अनिवार्य कर दिया गया था। उस समय उनके इस आदेश पर कुछ लोगों ने हंगामा किया था। लेकिन इस बार उनके आदेश का कई संगठनों ने स्वागत किया है। लोगों को लग रहा है कि प्राचार्य के इस आदेश से भारतीय परिधान का महत्व बढ़ेगा।
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