देवी दुर्गा के सम्मुख पूरी दुनिया ने हाथ जोड़े हैं। माता का जयकारा पूरी दुनिया में लगा है। संयुक्त राष्ट्र की सांस्कृतिक इकाई यूनेस्को ने कोलकाता की दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया है। यूनेस्को की पेरिस में आयोजित अंतरसरकारी समिति के 16वें सत्र के दौरान कोलकाता में दुर्गा पूजा को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में दुर्गा पूजा बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है। बंगाल सरकार ने यूनेस्को से दुर्गा पूजा को विरासत का दर्जा देने की अपील की थी, जिसे यूनेस्को ने मंजूरी दे दी है। दुर्गा पूजा के दौरान बंगाल की राजधानी कोलकाता में हर गली-चौराहे और सड़कों पर सुबह से ही माइक्रोफोन और लाउडस्पीकर पर माता मंत्र गूंजते रहते हैं। इसमें सभी धर्मों और संस्कृतियों के लोग शामिल होते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और खुशी का पल। दुर्गा पूजा हमारी सर्वोत्तम परंपराओं और लोकाचार को पेश करती है। कोलकाता की दुर्गा पूजा का अनुभव हर किसी को जरूर करना चाहिए।
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