अब तक आपने केवल फिल्मों में देखा होगा कि कोई गुंडा बंदूक के बल पर किसी घर की महिला को उठा लेता है, उसके साथ बलात्कार करता है। इसके बाद घर वालों को बंदूक दिखाकर डराता है कि यदि किसी से शिकायत की तो गोली मार दी जाएगी। लेकिन अब वास्तव में ऐसी घटनाएं होने लगी हैं। बिहार में अररिया जिले की बीरनगर पश्चिम पंचायत के मजरही गांव में ऐसी ही घटना घटी है। गत एक दिसम्बर की शाम करीब सात बजे गांव के मोहम्मद मेजर ने एक हिंदू परिवार की पांच साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया। बच्ची के चाचा ने बताया कि मोहम्मद पड़ोस में ट्रैक्टर से खेत जोत रहा था। शाम को लगभग सात बजे बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, तभी वह वहां पहुंचा और कहा कि एक लोटा पानी दो, शौच के लिए जाना है। इसके बाद बच्ची ने हैंडपंप से पानी निकालकर उसको पानी दिया तभी उसने उसके मुंह को कपड़े से दबा दिया और वहां खड़े अन्य लोगों को बंदूक दिखाते हुए कहा कि कुछ बोलोगे तो मारे जाओगे। डर से सभी चुप रहे। इसके बाद मोहम्मद मेजर उस बच्ची को लगभग आधे किलोमीटर दूर ले गया और वहां उसके साथ बलात्कार किया। जब घर वाले बच्ची को ढूढ़ने लगे तो वह मेजर के भाई सत्तार के घर लहूलुहान अवस्था में मिली। इसी बीच मेजर एक बार फिर से बंदूक के साथ वहां पहुंचा और लड़की को उठाकर उसके घर के बाहर पटक दिया। वहां मौजूद लड़की की मां, दादी, पिता और दादा को बोला कि जो हो गया सो हो गया। यदि इसके बारे में किसी को बताओगे तो सभी को जान से मार देंगे।
बच्ची के दादा कहते हैं, ''मोहम्मद मेजर ने मेरी कनपट्टी पर बंदूक तानकर कहा कि अगर जान प्यारी है तो चुप रहना।'' उन्होंने यह भी बताया कि मोहम्मद मेजर बहुत ही गंदा आदमी है। उसने अब तक गांव की दस लड़कियों के साथ बलात्कार किया है। ये सारे मामले अदालत में हैं। इसके अलावा पांच मामले थाने में दर्ज हैं। इसके बावजूद वह आज तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
कहा जा रहा है कि मेजर का परिवार दबंग है और हर अपराध के बाद पुलिस—प्रशासन को किसी न किसी बहाने कार्रवाई करने से रोकने में सफल रहता है। लोग इस बार भी यही बात कह रहे हैं। वहीं भरगामा थाने के प्रभारी उमेश कहते हैं, ''मोहम्मद मेजर को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जब गिरफ्तार कर लिया जाएगा तो मीडिया को बता दिया जाएगा।'' लोग पुलिस के इस रवैये से गुस्से में हैं।
गांव वालों ने बताया कि मोहम्मद मेजर का अब्बा शमशेर कुख्यात पशु तस्कर था। कुछ समय पहले उसकी हत्या हो चुकी है। इसके बाद पशु तस्करी का काम मेजर का भाई सत्तार करता है। गांव वालों के अनुसार मोहम्मद मेजर सात भाई हैं। ये सब बदमाशी के लिए कुख्यात हैं। गांव में तो मेजर की पहचान एक बलात्कारी के रूप में है। गांव की हिंदू महिलाएं उसकी आहट से ही सहम जाती हैं और घर से बाहर नहीं निकलती हैं। उन्हें डर लगता है कि कहीं मेजर बंदूक की नोंक पर उनके साथ बलात्कार न कर दे।
गांव के हिंदुओं ने बताया कि पहले गांव में लगभग 200 हिंदू घर थे। मोहम्मद मेजर के अब्बा शमशेर के आतंक के कारण अब गांव में हिंदुओं के केवल 12 घर रह गए हैं। हिंदुओं ने बताया कि शमशेर कभी भी किसी भी हिंदू के घर घुस जाता था और उसके पशुओं को हांक कर ले जाता था। उसने भी कई हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया था। इसके अलावा उसने हिंदुओं की जमीन पर जबरन कब्जा भी किया। जिसने भी उसका विरोध किया उसे मार दिया। इस कारण हिंदू गांव से पलायन कर रहे हैं।
अब अब्बा शमशेर के आतंक को उसके बेटे आगे बढ़ा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि उनके इस आतंक के साम्राज्य को भ्रष्ट पुलिसकर्मियों का संरक्षण मिलता है।
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