दुनियाभर में तेजी से फैलते जा रहे चायनीज वायरस कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के अब तक 24 देशों में असर दिखाने के समाचार मिल चुके हैं। दुनिया के वैज्ञानिक और चिकित्सक जहां इस नए वेरिएंट पर तेजी से शोध जारी रखे हैं वहीं विभिन्न देशों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों सहित तमाम सावधानियां बरतनी शुरू कर दी हैं। डब्ल्यूएचओ ने स्थिति को चिंताजनक बताते हुए कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अंतर्गत 6 क्षेत्रों के 23 देशों से ओमिक्रॉन वेरिएंट के ताजे मामले देखने में आ चुके हैं।
इसमें संदेह नहीं है कि चायनीज कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रकोप खतरनाक आकार लेता जा रहा है। 23 देशों में इस वेरिएंट के ताजे मामले चिंताजनक हालात की तरफ इशारा कर रहे हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक तेद्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने संदेह व्यक्त किया है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट अभी और ज्यादा देशों में फैल सकता है। उधर संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंतोनियो गुतारेस का कहना है कि इस नए कोरोना वेरिएंट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पाबंदी लगाने से पहले अच्छे से विचार करना होगा क्योंकि लगता नहीं कि इसका ज्यादा असर होगा।
चायनीज कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रकोप खतरनाक आकार लेता जा रहा है। 23 देशों में इस वेरिएंट के ताजे मामले चिंताजनक हालात की तरफ इशारा कर रहे हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक तेद्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने संदेह व्यक्त किया है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट अभी और ज्यादा देशों में फैल सकता है।
ओमीक्रॉन का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को देखने में आया था। फिर नीदरलैंड तथा कुछ अन्य देशों में ऐसे संकेत मिले जिनसे लगता है कि यह वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका से काफी पहले ही अन्य देशों में पहुंच चुका था। हालांकि अभी पुख्ता तौर पर यह नहीं पता चला है कि यूरोप के और किन देशों से यह किन—किन देशों तक पहुंच गया है। इस बीच भारत में भी कर्नाटक में दो और दो संदिग्ध मामले जयपुर में देखने में आए हैं। सरकार ने सावधानी बरतते हुए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। ओमीक्रॉन को देखते हुए महाराष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है।
भारत सरकार ने ब्रिटेन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, मारीशस, चीन, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, जिम्बाब्वे, इस्राएल तथा हांगकांग को 'खतरे की सूची' में शामिल किया है। बताया गया है कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले अपनी कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट तथा पिछले 14 दिनों का यात्रा ब्योरा एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इन यात्रियों के भारत पहुंचने पर आरटीपीसीआर जांच कराने पर, निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही हवाई अड्डे से बाहर जाने दिया जाएगा।
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