मनोज ठाकुर
हरियाणा में ईसाई मिशनरी लगातार हिंदुओं का कन्वर्जन करा रही हैं। इसके लिए गरीब लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें पैसे सहित अन्य सुख—सुविधाओं का लालच दिया जा रहा है। बजरंग दल सहित हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं ने इसी तरह के एक षड़यंत्र का जींद स्थित जुलाना के बराह खुर्द गांव में हो रहे कन्वर्जन के धंधे का पर्दाफाश किया। बता दें कि यहां एक घर में बहुत ही गुपचुप तरीके से कन्वर्जन की तैयारी चल रही थी। हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं को जब इस बात की जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने जब पूछताछ शुरू की तो आयोजक मौके से खिसक गए। बजरंग दल के स्थानीय कार्यकर्ता हरीश रामकली ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि गांव में कुछ पास्टर आ हुए हैं। वह गरीब लोगों को इलाज की आड़ में कन्वर्जन कराने की साजिशें रच रहे हैं। जब गांव पहुंचा तो पाया कि एक टेंट में कुछ लोग जमा थे। मौके पर कन्वर्जन से जुड़ी चीजें चल रही थीं। इस दौरान वहां काफी लोग जमा थे। कुछ लोग बीमार थे। जबकि कुछ लोगों को पैसे का लालच दिया गया था। इस दौरान हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं के आने की आयोजकों को भनक लगी तो वे मौके से खिसक गए। स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए बाद में आयोजकों ने माफी मांगी और भविष्य में इस तरह की गतिविधियां न चलाने का आश्वासन भी दिया।
गौरतलब है कि जींद इलाके में ईसाई मिशनरी लगातार सक्रिय हैं। यहां के गांवों में बड़ी संख्या में लोगों को कन्वर्ट किया जा रहा है। इसमें ज्यादातर परिवार वंचित समाज से हैं, जो लालच के चलते ईसाई बन चुके हैं। अब यही लोग अपने जान—पहचान और रिश्तेदारों को भी कन्वर्जन के जाल में फंसाने के लिए काम कर रहे हैं। इन इलाकों में चर्च के एजेंट गरीब हिन्दुओं को बरगलाने के हर प्रयास करते हैं। लोगों के बीच हिंदू देवी—देवताओं का मजाक उड़ाते हैं और ईसाइयत को श्रेष्ठ साबित करने की पुरजोर कोशिश करते हैं। इसके लिए पैसा, शिक्षा और मुफ्त इलाज का लालच दिया जाता है। गरीब लोग इनकी बातों में आकर कन्वर्जन भी करते हैं।
तंग आ चुके हैं ग्रामीण
इलाके के ग्रामीण ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों से तंग आ चुके हैं। जब कोई चर्च के एजेंटों का विरोध करता है तो उन्हें धमकाया जाता है। जेल में बंद कराने की धमकी दी जाती है। कई बार तो उन्हें चेतावनी भी दी जाती है कि यदि कुछ बोले तो अच्छा नहीं होगा। बता दें कि इन मिशनिरयों के साथ बाहर से भी लोग आते हैं। इसलिए स्थानीय लोग डर के चलते चाह कर भी कुछ बोल नहीं पाते हैं।
गांव में खुल रहे छोटे-छोटे चर्च
ग्रामीणों के अनुसार इलाके के कई गांवों में छोटे—छोटे चर्च तक खुल गए हैं। वहां नियमित तौर पर प्रार्थना का आयोजन कर लोगों का मन बदला जा रहा है। इसका असर है कि लोग कन्वर्जन को तैयार हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन मामलों में पुलिस की ओर से भी शिकायत करने पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है, बल्कि इसे रफा—दफा कर दिया जाता है।
टिप्पणियाँ