कोरोना के विरुद्ध जंग में भारत की उल्लेखनीय वैश्विक भूमिका ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने आगे बढ़कर खुले दिन से को भारत की प्रशंसा की है। पीटरसन ने कोरोना के नए और ज्यादा संक्रामक माने जा रहे वेरिएंट ओमीक्रोन से ग्रस्त देशों की सहायता के लिए खुद को प्रस्तुत करने पर भारत की खुलकर तारीफ की है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि 'एक बार फिर भारत ने सेवा करने का साहस दिखाया है। सबसे शानदार देश जिसमें इतने गर्मजोशी वाले लोग रहते हैं! धन्यवाद'। बता दें कि 29 नवम्बर को भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि भारत कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से ग्रस्त अफ्रीकी देशों के साथ खड़ा है तथा उन्हें भारत में बनीं वैक्सीन और दवाइयों की आपूर्ति करने को तैयार है।
अफ्रीकी देशों पर आए इस नए खतरे में मदद करने के भारत के निर्णय पर अन्य लोगों के साथ ही पूर्व क्रिकेटर पीटरसन भी भारत की तारीफ करते हुए ट्वीट करने में पीछे नहीं रहे। और दिलचस्प बात यह है कि अपने ट्वीट में उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी टैग किया है।
29 नवम्बर को भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि भारत कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से ग्रस्त अफ्रीकी देशों के साथ खड़ा है तथा उन्हें भारत में बनीं वैक्सीन और दवाइयों की आपूर्ति करने को तैयार है।
उल्लेखनीय है कि 29 नवम्बर को ही भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान दिया था कि भारत की सरकार अफ्रीका के देशों में भारत में निर्मित वैक्सीन, आवश्यक दवाइयां, टेस्ट किट, पीपीई किट तथा वेंटिलेटरों के अलावा अन्य आवश्यक मेडिकल सामान की आपूर्ति करने को तैयार है। मंत्रालय का कहना था कि ये आपूर्ति कोवैक्स के माध्यम से अथवा द्विपक्षीय तरीके से की जा सकती है। सरकार ने मलावी, इथियोपिया, जाम्बिया, मोजांबिक, न्यू गिनि तथा लेसोथो को कोविशील्ड वैक्सीन पहुंचाने के लिए कोवैक्स द्वारा किए गए सभी आदेशों को मंजूरी दे दी है।”
भारत के विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है, “हमने बोत्सवाना को कोवैक्सीन भेजने को भी मंजूरी दी है। कोई नई जरूरत आने पर फौरन फैसला लिया जाएगा, चाहे वह कोवैक्स के जरिए हो या द्विपक्षीय। भारतीय अधिष्ठान अफ्रीकी देशों के साथ जीनोम सर्विलांस से जुड़े शोध में भी सहायता करने के बारे में सोचेगी।”
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारत ने अब तक 41 अफ्रीकी देशों को 2.5 करोड़ से ज्यादा भारत में बनी वैक्सीन भेजी है। इसमें करीब 16 देशों को एक करोड़ खुराक मदद के तौर पर 33 देशों को कोवैक्स के माध्यम से 1.6 करोड़ खुराक शामिल हैं।
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