हल्द्वानी में गोवर्धन पुरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी ने कहा कि देश के वर्तमान प्रधानमंत्री धर्म, विज्ञान और रक्षा के प्रति आस्था और जागरुक परिलक्षित होते दिखाई देते हैं, जो देश के लिए शुभ है। यह देश हिन्दू राष्ट्र घोषित होना चाहिए। शंकराचार्य ने अयोध्या में मस्जिद के लिए जगह देने को अनुचित करार देते हुए कहा कि आने वाले समय मे काशी, मथुरा में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी और यहां मक्का जैसी इमारतें बनेंगी और ये तीन-तीन पाकिस्तान बनाने की तैयारी होगी। इस पर मोदी जी, योगी जी को विचार करना चाहिए।
उत्तरांचल उत्थान परिषद द्वारा आयोजित गोष्ठी में शंकराचार्य निश्चलानन्द सरस्वती जी ने कहा कि मंदिरों पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि देश में नकली शंकराचार्य भी घूम रहे हैं। इनको दंडित किये जाने का साहस होना चाहिए। आजादी से पहले अहमदाबाद के एक महामंडलेश्वर ने जब खुद को जगतगुरु लिखा तो अंग्रेजों ने कहा केवल चार पीठों के शंकराचार्य ही जगतगुरु लिख सकते हैं, बाद में शासन तंत्र ने नहीं चाहा कि कोई धार्मिक, आध्यात्मिक जगत उनके समकक्ष या ऊपर हो जाए। उन्होंने कहा कि देश में नकली धर्मगुरुओं की बाढ़ आ गई है। नकली शंकराचार्य घूम रहे हैं। इन्हें दंडित करने का साहस होना चाहिए।
शंकराचार्य जी ने कहा सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश को हमने 21 बिंदुओं पर एक पत्र भेजा था कि मठ-मंदिरों से सरकारी हस्तक्षेप बन्द होना चाहिए। जब यह देश आपने सेकुलर बना दिया तो आध्यात्मिक क्षेत्र में सरकार का कोई अधिकार प्राप्त नहीं होता।
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