हल्द्वानी में शहीद सम्मान यात्रा समारोह के तहत जनपद नैनीताल के 56 अल्मोडा जनपद के 3 शहीद सैनिकों के परिजनों को अंगवस्त्र व ताम्रपत्र से सम्मानित किया गया। रामलीला मैदान में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि संसदीय कार्य, नागरिक आपूर्ति एवं शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, महापौर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, मेजर जनरल सेनि, इंद्रसिंह बोरा द्वारा सम्मानित किया गया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने शहीदों को नमन करते हुये कहा कि देश की रक्षा के लिए उत्तराखण्ड के वीरों ने अपने जीवन का बलिदान कर क्षेत्र व प्रदेश का मान गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि देश पर कुर्बान होने को यहां के बच्चे जन्म लिया करते हैं। जहां पसीने की बात होती है, वहां खून देने को तैयार रहते हैं। सभी शहीदों की वीर नारियों एवं उनके परिजनों के साथ सरकार हमेशा खड़ी है।
शहीदों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जनपद नैनीताल में 56 अमर शहीद सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। उनके त्याग एवं बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने वीर शहीद सैनिकों के माता-पिता को नमन किया। मंत्री ने कहा कि सैनिकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है। राज्य सरकार द्वारा सैनिकों के सम्मान में देहरादून में सैन्यधाम बनाया जा रहा है, जहां पर शहीद सैनिकों के घर-आंगन की पवित्र मिट्टी ले जायी जा रही है। सरकार शहीदों के सम्मान में निरंतर कार्य कर रही है। देश की रक्षा में शहीद होने वाले सैनिकों, अर्द्वसैनिकों के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को मिलने वाली पेंशन को चार हजार से बढ़ाकर 10 हजार की गई है। इसके साथ ही एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बच्चों को 50 हजार की धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है।
68 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा सैन्यधाम
सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि देहरादून गुनियाल गांव में 68 करोड़ की लागत से भव्य सैन्यधाम बनाया जा रहा है। जिसमें म्यूजियम, ऑडिटोरियम, अमर ज्योति जवान, लाईट एण्ड साउन्ड के साथ ही बाबा हरभजन सिंह एवं बाबा जसवन्त सिंह का मन्दिर निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश के 1734 शहीदों के घर-आंगन की पवित्र मिट्टी से सैन्यधाम का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा सरकार द्वारा उपनल कार्मिकों का 7.5 प्रतिशत वार्षिक वृद्वि की जाएगी। इधर देहरादून में वार मेमोरियल छात्रावास हेतु 2 करोड़ की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। इसी तरह हल्द्वानी में लामाचौड़ आम्रपाली कॉलेज के पास भूमि चिन्हित कर शीघ्र सैनिक आश्रितों के लिए छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। गांव की सड़कों एवं विद्यालयों का नाम वहां के शहीद सैनिकों के नाम पर रखा जाएगा। वहीं इंद्र सिंह बोरा ने कहा कि सैन्यधाम की कल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है। इस परिकल्पना को साकार करने का कार्य प्रदेश सरकार कर रही है, जिससे शहीदों व पूर्व सैनिकों का सम्मान बढ़ा है।
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