'सीरियलों में महिलाओं को दिखाने की इजाजत नहीं, एंकर भी ​न दिखें हिजाब के बिना', तालिबान के नए फरमान
May 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘सीरियलों में महिलाओं को दिखाने की इजाजत नहीं, एंकर भी ​न दिखें हिजाब के बिना’, तालिबान के नए फरमान

by WEB DESK
Nov 23, 2021, 01:53 pm IST
in विश्व
तालिबान राज आने के बाद से ही सीएनएन की यह पत्रकार क्लेरिसा वार्ड हिजाब पहनकर अफगानिस्तान से रिपोर्टिंग करने लगी हैं (फाइल चित्र)

तालिबान राज आने के बाद से ही सीएनएन की यह पत्रकार क्लेरिसा वार्ड हिजाब पहनकर अफगानिस्तान से रिपोर्टिंग करने लगी हैं (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
अफगानिस्तान अब मध्ययुगीन सोच के दौर में लौट रहा है। लोगों ने पिछले 20 साल में जिस खुली हवा में सांस ली थी, उसके दरवाजे अब बंद हो रहे हैं 

 

अफगानिस्तान में टेलीविजन कार्यक्रमों पर तालिबान मुल्लाओं की निगरानी कड़ी होती जा रही है। अब पाषाणकालीन जमाने की सोच के इन कठमुल्लों ने इस क्षेत्र के लिए नए फरमान जारी किए हैं। इन फरमानों में खास यह है कि जिन सीरियलों या कार्यक्रमों महिला चरित्र होंगे और उन्हें महिलाएं निभा रही होंगी तो उन्हें दिखाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इतना ही नहीं, अभी जो चैनल ऐसे कार्यक्रम या सीरियल दिखा रहे हैं वे इन्हें फौरन बंद कर दें। साथ ही, पर्दे पर आने वाली महिला एंकरों को भी बिना हिजाब पहने कार्यक्रम पेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। और यह सब किया गया है, एक बार फिर 'शरिया कानूनों' के अंतर्गत। 

हालांकि गत अगस्त में अफगानिस्तान की सत्ता पर पर लड़ाके तालिबान के काबिज होने के बाद ही साफ होने लगा था कि अफगानिस्तान अब मध्ययुगीन सोच के दौर में खींच लाया जाएगा। लोगों ने पिछले 20 साल में जिस खुली हवा में सांस ली थी, उसके दरवाजे अब बंद हो जाएंगे। और धीरे धीरे नहीं बल्कि​ पूरी सरगर्मी से आज पाकिस्तान प्रायोजित तालिबान लड़ाकों ने आम अफगानियों को जीना मुहाल बना दिया है।महिलाओं को 'बराबरी का हक' देने की बातें करने वाले तालिबान ने उससे उलट उन पर शिकंजा और कसना शुरू कर दिया है। पता चला है कि 20 नवम्बर को ये नए फरमान जारी किए गए हैं। अफगान टेलीविजन चैनलों को कह दिया गया है कि अब उन पर ऐसे सीरियल और कार्यक्रम बंद हो जाने चाहिए, जिनमें महिला अदाकार हों। इस क्षेत्र को देख रहे तालिबान मंत्रालय ने अफगानी मीडिया के लिए अपनी तरह का पहला फरमान जारी किया है।

तालिबान ने टेलीविजन समाचार पेश करने वाली महिला एंकरों, समाचार वाचकों को साफ कहा है कि वे पर्दे पर बिना हिजाब ओढ़े समाचार पढ़ती नहीं दिखनी चाहिए। हिजाब पहनना अनिवार्य है। शरिया पर चलते हुए, मंत्रालय ने टेलीविजन चैनलों को ऐसी फिल्में या कार्यक्रम न दिखाने को कहा है, जिनमें 'पैगंबर मोहम्मद' या दूसरे 'सम्मानित लोगों' के बारे में कुछ भी दिखाया जाए। 

इतना ही नहीं, तालिबान ने टेलीविजन समाचार पेश करने वाली महिला एंकरों, समाचार वाचकों को साफ कहा है कि वे पर्दे पर बिना हिजाब ओढ़े समाचार पढ़ती नहीं दिखनी चाहिए। हिजाब पहनना अनिवार्य है। शरिया पर चलते हुए, मंत्रालय ने टेलीविजन चैनलों को ऐसी फिल्में या कार्यक्रम न दिखाने को कहा है, जिनमें 'पैगंबर मोहम्मद' या दूसरे 'सम्मानित लोगों' के बारे में कुछ भी दिखाया जाए। यानी ऐसी फिल्में या कार्यक्रम नहीं दिखाए जा सकते हैं जिनमें इस्लामी तथा अफगानी मूल्यों के विरुद्ध कुछ भी सामग्री हो। 

उल्लेखनीय है कि संबंधित मंत्रालय के प्रवक्ता हाकिफ मोहजीर का कहना है कि ये कायदे नहीं हैं, बल्कि मजहबी फरमान हैं। दिलचस्प तथ्य है कि तालिबान ने दोहा में समझौते के वक्त कसमें खाई थीं कि वह पहले जैसा राज नहीं करेगा, उसकी सोच खुली होगी। पर, जो हो रहा है, वह सब वही हो रहा है जो 1996 से 2001 के ​बीच उसने इस देश में किया था।  

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रो. आलोक राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय

पत्रकारिता में जवाबदेही का होना बहुत आवश्‍यक : प्रो. आलोक राय

राष्ट्र प्रेम सर्वोपरि, हर परिस्थिति में राष्ट्र के साथ खड़े रहें : डॉ. सुलेखा डंगवाल

अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़, पांच साल में मंगाई 200 किलो की हेरोइन, पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने

प्रतीकात्मक चित्र

हरियाणा: झज्जर में दाे दिन में 174 बांग्लादेशी घुसपैठिये पकड़े

सोशल मीडिया पर शेयर की गई फोटो

‘गिरफ्तार प्रोफेसर का जिन्ना कनेक्शन’, यूजर्स बोले-विभाजन के बाद भी जिहादी खतरे से मुक्त नहीं हो पाया भारत

पाकिस्तान में मारा गया लश्कर आतंकी सैफुल्लाह खालिद

पाकिस्तान में मारा गया लश्कर का मुख्य आतंकी सैफुल्लाह, रामपुर CRPF कैंप पर करवाया था हमला, RSS मुख्यालय था निशाने पर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रो. आलोक राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय

पत्रकारिता में जवाबदेही का होना बहुत आवश्‍यक : प्रो. आलोक राय

राष्ट्र प्रेम सर्वोपरि, हर परिस्थिति में राष्ट्र के साथ खड़े रहें : डॉ. सुलेखा डंगवाल

अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़, पांच साल में मंगाई 200 किलो की हेरोइन, पाकिस्तान कनेक्शन आया सामने

प्रतीकात्मक चित्र

हरियाणा: झज्जर में दाे दिन में 174 बांग्लादेशी घुसपैठिये पकड़े

सोशल मीडिया पर शेयर की गई फोटो

‘गिरफ्तार प्रोफेसर का जिन्ना कनेक्शन’, यूजर्स बोले-विभाजन के बाद भी जिहादी खतरे से मुक्त नहीं हो पाया भारत

पाकिस्तान में मारा गया लश्कर आतंकी सैफुल्लाह खालिद

पाकिस्तान में मारा गया लश्कर का मुख्य आतंकी सैफुल्लाह, रामपुर CRPF कैंप पर करवाया था हमला, RSS मुख्यालय था निशाने पर

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

ISI के निमंत्रण पर गौरव गोगोई पाकिस्तान गए थे, CM हिमंत बिस्व सरमा का कांग्रेस सांसद को लेकर बड़ा दावा

प्रतीकात्मक चित्र

हैदराबाद में बम धमाके की थी ISIS की साजिश, स्लीपर सेल किया एक्टिव, सिराज और समीर गिरफ्तार

ज्योति मल्होत्रा

ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान में कहीं भी जाने की थी छूट, जानिये कब आई सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर 

प्रतीकात्मक चित्र

पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही को भारतीय खातों से हुई पेमेंट, ISI ने दी ट्रेनिंग

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies