राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के खिलाफ व्यापक कार्रवाई शुरू की है। नक्सलियों और उनसे सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इस सिलसिले में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। नक्सलियों से सहानुभूति रखने वाले रवि शर्मा, अनुराधा और कल्याण राव के घरों पर भी छापेमारी की गई। हालांकि एजेंसी ने अभी तक न तो किसी को हिरासत में लिया है और न ही गिरफ्तार किया है। साथ ही, इस कार्रवाई के बारे में अभी तक छिटपुट सूचनाएं ही दी हैं, जिसमें आंध्र-तेलंगाना के कुछ शहरों के नाम का उल्लेख है, जहां छापेमारी की गई।
एनआईए ने इनामी नक्सली आरके की डायरी के आधार पर यह जांच शुरू की है। आरके की डायरी में कुछ लोगों के नाम हैं। इन नामों के आगे पैसों के लेन-देन का जिक्र है। ये नाम आंध्र-तेलंगाना के बड़े लोगों के हैं। सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने जांच की शुरुआत अभी दो राज्यों से की है, लेकिन वह जल्द ही तमिलनाडु, बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बड़े शहरों तक पहुंचेगी। नक्सलियों के खिलाफ काम करने वाली अलग-अलग एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि एनआईएन ने जिस स्तर पर जांच शुरू की है और पहली ही बार में बड़े लोगों से सीधी पूछताछ हुई है, उसे देखकर लग रहा है कि यह मामला काफी आगे तक जाने वाला है।
ऐसे हाथ लगी डायरी
दरअसल, 28 जुलाई, 2019 को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के तिरिया गांव में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 6 नक्सली मारे गए थे। बाद में पता चला था कि मारे गये सभी नक्सली ओडिशा नक्सल कमेटी के सदस्य थे और ये आंध्रप्रदेश और ओडिशा के रहने वाले थे। मुठभेड़ में आरके राजू उर्फ रामकृष्ण हर गोपाल तो बच निकला था, लेकिन उसकी डायरी पुलिस के हाथ लग गई थी। अब इस मामले की जांच एनआईए कर रही है। जांच के दौरान एजेंसी के हाथ कई सुराग लगे। इस संबंध में बस्तर के नगरनार थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। एनआईए ने इस साल 18 मार्च को दोबारा संजू उर्फ पांडु पुनेम, लक्ष्मण, मुन्नी, दशरी सहित करीब 30-40 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है। एनआई की जांच में नक्सलियों को हथियारों की आपूर्ति और फंडिंग को लेकर बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।
नक्सलियों के मददगारों पर गिरेगी गाज!
एनआईए ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सात जिलों में जिन 14 स्थानों पर छापेमारी की, वे उन 15 लोगों से जुड़े हैं, जिन पर नक्सलियों के साथ संबंध होने का संदेह है। ये लोग पहले नक्सलियों के साथ जुड़े हुए थे या इन पर नक्सली गतिविधियों के प्रति सहानुभूति रखने का संदेह है। एनआईए अधिकारियों के अनुसार, तेलंगाना में उप्पल, एलबी नगर और अलवाल के सुभाषनगर इलाके में तलाशी ली गई, जबकि आंध्र प्रदेश के प्रकाशम, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, मेडक, रचकोंडा और नेल्लोर जिलों में इसी तरह के अभियान चलाए गए। छापेमारी में एनआईए को कई आपत्तिजनक दस्तावेज, माओवादी साहित्य, लैपटॉप, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव और भूमिगत माओवादियों के साथ किए गए पत्राचार मिले हैं।
हैदराबाद के एलबी नगर में एक दंपती रवि शर्मा और अनुराधा के घर की भी तलाशी ली गई। पहले इन्हें नक्सलियों के साथ और तेलंगाना प्रजा फ्रंट के अध्यक्ष के. रवि चंदर के साथ जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बता दें रवि शर्मा शीर्ष नक्सली नेता है, जिसने आत्मसमर्पण किया था। इसी तरह, अलवाल में अमरुला बनहुमित्रुला संघम के सदस्य भवानी के नागोले स्थित आवासों की तलाशी ली गई। भवानी कथित तौर पर महिला अधिकारों के लिए काम करती है। एनआईए ने जिन लोगों के घरों की तलाशी ली है, पूर्व में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां विभिन्न मामलों में उनसे पूछताछ कर चुकी हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश के गुंटूर में रिवोल्यूशनरी राइटर्स एसोशिएशन के वरिष्ठ सदस्य कल्याण राव, विशाखापत्तनम में अन्नपूर्णा उर्फ अनीता के आवासों सहित दूसरे स्थानों पर छापेमारी की गई। राव शीर्ष माओवादी नेता अक्कीराजू हरगोपाल उर्फ रामकृष्ण उर्फ आरके का रिश्तेदार है, जिसकी हाल ही में बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी। भाकपा केंद्रीय समिति के सदस्य 63 वर्षीय आरके दक्षिण बीजापुर के घने जंगलों में भूमिगत जीवन जी रहा था। उस पर एक करोड़ रुपये का इनाम था। वहीं, ए. अन्नपूर्णा प्रगतिशीला कर्मिका समाख्या की राज्य संयुक्त सचिव है। इसके अलावा, एनआईए की टीमें मित्र समिति की नेता पद्मा कुमारी और कुछ अन्य लोगों के साथ उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्र नेता अरुणकलाथा के बागलिंगमपल्ली स्थित घरों की भी तलाशी ले रही है।
तमिलनाडु में भी हो चुकी छापेमारी
इससे पहले, एनआईए ने अक्तूबर में तमिलनाडु के कोयंबटूर में नक्सलियों से सहानुभूति रखने वालों के घरों की तलाशी ली थी। एनआईए की टीमों ने कोयंबटूर में तीनों माओवादी समर्थकों के घरों पर छापेमारी की। एनआईए ने कृष्णागिरी, सलेम, थेनी और शिवगंगा जिलों में भी छापेमारी की। इसके अलावा, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कई स्थानों पर भी संदिग्ध नक्सली प्रशिक्षण केंद्रों और ठिकाने पर लगातार छापेमारी की। जांचकर्ताओं द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी एकत्र करने के बाद इसमें शामिल लोगों से जुड़े सभी ठिकानों की तलाशी ली जा रही है। इससे पहले 6 अक्तूबर को एनआईए ने एक श्रीलंकाई नागरिक और चेन्नई में लिट्टे की खुफिया शाखा के एक पूर्व सदस्य को हिरासत में लिया, जो केरल में विझिंजम आर्म्स मामले में एक प्रमुख साजिशकर्ता था।
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