झारखंड में आया है आंदोलनों का मौसम
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

झारखंड में आया है आंदोलनों का मौसम

by रितेश कश्यप
Nov 19, 2021, 10:29 am IST
in भारत, बिहार
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
राज्य सरकार की विफलता के कारण आज पूरे झारखंड में आंदोलन हो रहे हैं। हर वर्ग के लोग सरकार की नीतियों से परेशान होकर सड़कों पर उतर रहे हैं।  

झारखंड में इन दिनों हर ओर आंदोलनों का शोर है। राज्य में बेरोजगार युवा सरकार से नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। वे लोग भी आंदोलन कर रहे हैं, जिनकी किसी न किसी कारण से नियुक्ति रद्द हो गई है। जिन सहायक पुलिसकर्मियों को हेमंत सरकार ने स्थाई नौकरी देने का वादा किया था, वे लोग हेमंत सरकार को उनका वादा याद दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। झारखंड लोकसेवा आयोग यानी जेपीएससी के परीक्षा परिणाम में हुए घोटाले के बाद सभी अभ्यर्थी परीक्षा को रद्द करने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इधर विपक्ष अपने कार्यकर्ताओं की हत्या रोकने को लेकर आंदोलन कर रहा है। व्यवसायी अपना कारोबार बचाने के लिए अलग ही आंदोलन कर रहे हैं। इसके साथ ही जिन पारा शिक्षकों को हेमंत सोरेन ने स्थाई नौकरी देने का वादा किया था, अब वे लोग भी आंदोलन करने वाले हैं। उन्हें अभी तक नौकरी नहीं दी गई है। कुल मिलाकर अगर देखा जाए तो पूरा झारखंड आंदोलन की आग में झुलस रहा है। राज्य में अगर कुछ चल रहा है तो अवैध तस्करी और ट्रांसफर—पोस्टिंग का खेल। 
इन सबके अलावा राज्य में विकास के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। राज्य सरकार अभी भी घोषणाओं की सरकार बन कर रह गई है। जब जनता की मांग काफी बढ़ने लगी तो सत्ताधारी विधायक अब खुद भी आंदोलन के लिए सड़कों पर आ चुके हैं। हां, यह बात अलग है कि यह आंदोलन झारखंड राज्य के विकास में सहायक टाटा कंपनी के खिलाफ हो रहा है। एक तरफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नए निवेशकों को झारखंड में न्योता देने का काम कर रहे हैं, दूसरी तरफ उनके विधायक टाटा कंपनी से अनुचित मांग को लेकर टाटा कंपनी को सारी सुविधाएं बंद करने की धमकी दे रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि 17 अक्तूबर को जमशेदपुर स्थित टाटा मोटर्स, टाटा स्टील सहित टाटा कमिंस कंपनी के गेट को सुबह 6 बजे से ही जाम कर दिया गया। जाम करने वालों का नेतृत्व पश्चिमी सिंहभूम झामुमो जिला अध्यक्ष सह चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव ने किया। इस जाम के पीछे विधायक सुखराम उरांव ने तर्क दिया कि झारखंड सरकार ने यहां के स्थानीय लोगों के हित में निर्णय लिया है कि सभी निजी कंपनियों को अपने—अपने प्रतिष्ठानों में 75 फ़ीसदी स्थानीय लोगों को बहाल करना होगा। इसी बाध्यता से बचने के लिए टाटा मोटर्स और टाटा कमिंस के मुख्यालय को महाराष्ट्र ले जाया गया है। उनका कहना है कि इससे झारखंड में 15000 कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। वहीं कंपनी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि पीसीपीएल के पंजीकृत कार्यालय को जमशेदपुर से पुणे स्थानांतरित करने की प्रक्रिया कुछ वर्षों पहले ही आरंभ की गई थी, ताकि वहां कारपोरेट कार्यालय में प्रशासनिक कार्यों के संचालन में सुविधा मिल सके। इसके स्थानांतरण से झारखंड राज्य अथवा जमशेदपुर में कंपनी के कारोबार, रोजगार और कल्याणकारी कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। इसके साथ ही कहा गया है कि कंपनी झारखंड राज्य में लागू श्रम कानूनों और अन्य नियमों का पालन करती है और आगे भी करती रहेगी। 
यह वही टाटा समूह है जिसे झारखंड की शान कहा जाता है। झारखंड के लाखों लोगों को इसी टाटा समूह ने आजीविका का साधन दिया है। कोरोना के समय पूरे झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे देश में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति भी इस कंपनी ने की थी। पूरे जमशेदपुर के लोगों का इस दौरान निशुल्क इलाज किया। साथ ही इसका लाभ झारखंड सरकार के कई मंत्रियों ने भी लिया। आज सरकार के मंत्री ही कंपनी को धमकी दे रहे हैं।  
कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश संथालिया ने इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री व्यापारी और अधिकारी मिलकर रोड शो कर रहे हैं कि झारखंड में ज्यादा से ज्यादा निवेश हो सके, ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले, वहीं दूसरी ओर सरकार के ही विधायक कंपनियों के गेट को जाम कर रहे हैं और राज्य में औद्योगिक माहौल खराब कर रहे हैं। वह भी उस कंपनी का गेट जाम कर रहे हैं जो पिछले 115 साल से झारखंड और झारखंड के लोगों के लिए लगातार काम कर रही है। 
ऐसे ही हालात कुछ साल पहले पश्चिम बंगाल में भी देखे गए थे। इस कारण आज बंगाल से अनेक कंपनियां बाहर हो गई हैं और इसका नुकसान वहां के लोगों को हुआ है। 
जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने भी इस विषय पर तंज कसते हुए कहा कि जिस विषय का निदान सरकार की संस्थाओं में होना है वह यदि समाचार पत्रों की सुर्खियां बन कर रह जाता है तो जनता के संदर्भ में इसे क्या कहा जाएगा? जागरण करना? गुमराह करना? भड़ास निकालना या फिर खिसियानी बिल्ली का खंबा नोचना?

रितेश कश्यप
Correspondent at Panchjanya | Website

दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।

 

  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    May 8, 2025, 09:33 pm IST
    घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन, दाईं ओर उपद्रवियों का दुस्साहस
    Apr 15, 2025, 08:09 pm IST
    “जब ‘सरकार’ ही कहेंगे संविधान के ऊपर शरिया, तो दंगाइयों का दुस्साहस बढ़ेगा ही! “
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    चम्पाई सोरेन के नेतृत्व में घर वापसी करने को आतुर जनजातीय समाज
    Apr 13, 2025, 01:46 pm IST
    झारखंड में घरवापसी की होड़, चर्च की बढ़ी बेचैनी !
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    एएसआई सुजीत सिंह, इन्हें पत्थरबाजों पर कार्रवाई करने की बात कहने पर किया गया दंडित
    Apr 1, 2025, 10:36 am IST
    ‘तुम पत्थरबाजों के विरुद्ध करोगे कार्रवाई, हम तुम्हें करेंगे लाइन हाजिर’
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Iran Issues image of nuclear attack on Israel

इजरायल पर परमाणु हमला! ईरानी सलाहकार ने शेयर की तस्वीर, मच गया हड़कंप

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Iran Issues image of nuclear attack on Israel

इजरायल पर परमाणु हमला! ईरानी सलाहकार ने शेयर की तस्वीर, मच गया हड़कंप

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies