उत्तराखंड के रामगढ़ ब्लॉक के सतखोल गांव में दो दिन पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के घर के बाहर हुई। आगजनी की घटना को लेकर अब सवाल पैदा होने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक खुर्शीद के घर के पास विरोध तो हुआ, लेकिन उसको वृहद रूप देने में सलमान खुर्शीद के आदमियों ने कहानी गढ़ दी।
उल्लेखनीय है सलमान खुर्शीद ने 'सनरॉइज ओवर अयोध्या' किताब में हिंदुत्व की तुलना मुस्लिम कट्टरपंथ आईएसआईएस से की है, जिसको लेकर वो निशाने पर आ गए हैं। उनके उत्तराखंड स्थित आवास के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। पुलिस के कुमायूं महानिरीक्षक नीलेश भरणे के आदेश पर मंगलवार को पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने सलमान खुर्शीद के घर जाकर आगजनी की घटना के बारे में सबूत जुटाए हैं। जांच अधिकारियों ने वहां 32 बोर कारतूस के 8 फुंके हुए कारतूस और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है।
अज्ञात व्यक्तियों पर आगजनी और फायरिंग का है आरोप
पुलिस को लिखवाई तहरीर में सलमान खुर्शीद के घर के केयरटेकर सुंदर राम ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आगजनी और फायरिंग करने का आरोप लगाया था। सवाल ये उठता है फायरिंग करने वाले घर के भीतर कैसे आये? क्योंकि कारतूस घर के भीतर मिले हैं और आसपास के लोगों का कहना था कि प्रदर्शन करने वाले गेट के भीतर गए हीं नही थे। जो फुटेज भी सामने आया है उसमे भी साफ दिख रहा है कि विरोध प्रदर्शन घर के बाहर हो रहा है। घर के दरवाजे तक ये आग कैसे पहुंची? और कौन इसे लेकर गया? इस पर सवाल उठ रहे हैं।
घर के भीतर से फायरिंग हुई है या बाहर से? जारी है जांच
जानकारी के मुताबिक जो वीडियो वायरल हुआ है। उसमें कुछ लोग सलमान खुर्शीद के घर के गेट के बाहर प्रदर्शन करते हुए और उनका पुतला फूंकते हुए दिख रहे हैं। बीजेपी के रामगढ़ मंडल अध्यक्ष कुंदन चिलवाल कहते हैं कि सलमान खुर्शीद के घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन करने के बाद आंदोलनकारी वापस चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि सलमान खुर्शीद के वहां मौजूद उनके कर्मचारियों ने जलते हुए पुतले को गेट के पास से उठा कर अंदर दरवाजे के पास रख कर फोटो खींच ली और खुद ही फायर कर दिए। जिसकी आवाज आसपास के लोगों ने सुनी। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रदर्शनकारी हथियार के साथ वहां नहीं गया था। जिस राकेश कपिल का नाम लिया जा रहा है, वो वहां आग बुझा रहा था, न कि लगा रहा था। जानकारी के अनुसार पुलिस अधिकारियों को भी जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने भी इस बारे में मिले सबूतों के आधार पर फॉरेंसिक जांच टीम को बुला लिया। डीआइजी नीलेश भरणे के अनुसार विरोध-प्रदर्शन करने वालों में राकेश कपिल नाम के युवक की पहचान हुई है, जिसकी तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी जांच जारी है। ये तथ्य जुटाए जा रहे हैं कि घर के भीतर से फायरिंग हुई है या बाहर से, सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी इस मामले की जांच कर रहे हैं
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