गुजरात के वडोदरा स्थित आऱ आर. केबल लिमिटेड का कारोबार पूरी दुनिया में है। यह कंपनी अनेक प्रकार के तार, पंखे, गीजर, एलईडी लाईट्स, स्विच आदि बनाती है। कंपनी द्वारा बनाए गए अनेक प्रकार के तारों का इस्तेमाल अस्पतालों और अन्य चिकित्सा उपकरणों में भी होता है। कंपनी के अध्यक्ष त्रिभुवन प्रसाद काबरा ने बताया, ‘‘लॉकडाउन लगते ही कंपनी ने एक नई नीति बनाई। इसके तहत सबसे पहले कंपनी के अंदर ही मास्क तैयार किए गए और सभी 4,500 कर्मचारियों को कुछ दिन के अंदर दे दिए गए। फिर दवाई का छिड़काव कर 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम शुरू किया गया। शेष 50 प्रतिशत को लैपटॉप देकर घर से ही काम करने को कहा गया। साथ ही विपणन से जुड़े कर्मचारियों को इंटरनेट और मोबाइल की सुविधा उपलब्ध कराई गई और उनसे कहा गया कि ग्राहकों से मेल और मोबाइल के जरिए संपर्क करना है।
इस तरह कोरोना की पहली लहर में भी कंपनी कभी बंद नहीं हुई। कंपनी को इसका फायदा भी मिला और कर्मचारियों को भी। किसी की नौकरी नहीं गई।’’ काबरा ने आगे बताया कि कोरोना की दूसरी लहर से पहले सभी कर्मचारियों को कंपनी की तरफ से कोरोना-रोधी टीका लगवाया गया। इस कारण कंपनी पर दूसरी लहर का कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन कुछ कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए और चल बसे। ऐसे कर्मचारियों के आश्रितों को कंपनी ने दो साल का वेतन दिया और उनके बच्चों की शिक्षा का जिम्मा लिया। काबरा बताते हैं, ‘‘कंपनी के लिए उसके कर्मचारी ही असली पूंजी हैं और इसलिए जो कर्मचारी कोरोना के कारण इस दुनिया से चल बसे, उनके बच्चों को पढ़ा-लिखाकर कंपनी उन्हें नौकरी भी देगी।’’
कंपनी की इस सकारात्मक और कल्याणकारी सोच के कारण ही उसके कर्मचारी दिन-रात मेहनत करते हैं। इन्हीं कर्मचारियों के बल पर कंपनी आज सालाना 7,000 करोड़ रु़ से अधिक का कारोबार कर रही है।
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