राजस्थान में अभी कुछ दिन ही हुए थे कि गहलोत की पुलिस ने थानों में धार्मिक स्थानों के निर्माण पर रोक लगाने के आदेश दिए थे। इस तुगलकी फरमान पर भाजपा ने मुखर होकर न केवल विरोध दर्ज कराया था बल्कि कांग्रेस की हिन्दू विरोधी मानसिकता को उजागर किया था। एक बार फिर उसी प्रशासन की करास्तानी सामने आई है। दरअसल, 28 अक्टूबर को झुंझनू जिले में दीपावली पर धारा 144 लागू करने का आदेश जिलाधिकारी उमरदीन द्वारा दिया गया था। इस बात की जानकारी झुंझनू पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी प्रकाशित की थी। ट्वीट में यह भी बताया गया था कि आदेश जिलाधिकारी झुंझनू उमर दीन खान द्वारा दिया गया है।
इस बात की जानकारी होते ही यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। लोग इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगे। अजमेर के डिप्टी मेयर नीरज जैन ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई थी। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “झुँझनु के ज़िलाधीश उमरदीन खान का तुग़लकी फ़रमान, दीपावली के त्योहार पर धारा 144 लगा कर धार्मिक ऑडियो चलाने से ले कर जयकारा लगाने तक पर प्रतिबंध!! ऐसा तो मुग़ल शासन में भी कभी नहीं हुआ जैसा आदेश दीपावली पर गहलोत सरकार के शासन में हुआ है! खान साब को यह सब ईद और बारबफ़ात पर याद नहीं आया ?”
सोशल मीडिया पर भारी विरोध के बाद आख़िरकार इसे संशोधित करना पड़ा है। संशोधन की जानकारी झुंझनू पुलिस ने अपने आधिकारिक हैंडल से जारी की। नए आदेश में पेट्रोल पंप, गैस गोदाम के साथ धर्मस्थलों और अस्पतालों के पास पटाखे फोड़ने की अनुमति नहीं है। इसी के साथ सभी को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करने को कहा गया है।
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