समन्वय नंद
ओडिशा के कलाहांडी जिले के महालिंग सनशाइन पब्लिक स्कूल की शिक्षिका 27 वर्षीया ममिता मेहेर की हत्या से पूरे राज्य में उबाल है। इस घटना में सेक्स स्कैंडल, रहस्य, षड्यंत्र सबकुछ है। शुरुआत में इस हत्याकांड में स्कूल के मालिक का नाम आया, लेकिन बाद में सत्तारूढ़ बीजद सरकार के मंत्री का नाम आने के बाद हंगामा मच गया। यहां तक कि ट्विटर पर भी यह ट्रेंड करने लगा। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस और प्रशासन इसे दबाने के प्रयास में है, लेकिन भाजपा सहित राज्य के तमाम राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन करीब एक हफ्ते से इसके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
क्या है मामला
सनशाइन पब्लिक स्कूल में ममिता अंग्रेजी पढ़ाती थी, लेकिन वह बालिका छात्रावास की वार्डन भी थी। 8 अक्तूबर को वह अचानक लापता हो गई। ममिता के परिजनों का आरोप है कि स्कूल के मालिक गोबिंद साहू ने काम के सिलसिले में उसे स्कूल बुलाया था। उसने ममिता को चंदोतारा नामक जगह आने को कहा था। गोबिंद वहां से ममिता को अपनी कार में ले गया। इसके बाद से ममिता का कोई सुराग नहीं लगा। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। 12 अक्तूबर को परिजनों ने बालांगीर जिले के सिंधेकेला थाने में ममिता मेहेर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बाद में जब यह मामला तूल पकड़ने लगा, तब पुलिस ने 17 अक्तूबर को गोविंद साहू को पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ के बाद उसे हिरासत में रखा गया, लेकिन वह वहां से भाग निकला। दो दिन बाद पुलिस ने उसे फिर से गिरफ्तार किया और बताया कि साहू ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
भंडाफोड़ करने की धमकी दी थी
पुलिस ने 19 अक्तूबर को एक निर्माणाधीन स्टेडियम से ममिता की सड़ी-गली लाश बरामद की, जिसे पहचानना भी मुश्किल था। यह निर्माणाधीन स्टेडियम सनशाइन स्कूल का ही है। पुलिस को घटनास्थल से कुछ गहने और अन्य सामान मिले, जिसे परिजनों ने ममिता का बताया है। पुलिस ने जांच के लिए डीएनए नमूना प्रयोगशाला में भेजा है ताकि ममिता की पहचान की जा सके। परिवार का आरोप है कि गोबिंद साहू स्कूल की महिला कर्मचारियों का यौन शोषण करता है और उन्हें शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता है। परिवार का दावा है कि हाल ही में ममिता ने साहू को चेताया था कि वह अपनी हरकतों से बाज आ जाए, वरना वह पूरे मामले का भंडाफोड़ कर देगी। कुछ रिपोर्ट्स में भी कहा जा रहा है कि ममिता स्कूल में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करने के काफी करीब पहुंच गई थीं। ममिता की एक सहकर्मी और उसके भाई के बीच बातचीत का एक ऑडियो क्लिप भी सामने आया है। इसमें ममिता की सहकर्मी उनके भाई बंटी को स्कूल की महिला कर्मचारियों के यौन उत्पीड़न में गोबिंद की संलिप्तता के बारे में बता रही है। इसमें उसने यह भी कहा है कि ममिता के गायब होने से एक दिन पहले गोबिंद ने एक आधिकारिक बैठक के बहाने उसे बुलाया था। बंटी का आरोप है कि गोबिंद स्कूल में सेक्स रैकेट चला रहा था, जिसका उसकी बहन विरोध कर रही थी और उसे बेनकाब करने की धमकी दी थी।
बीजद सरकार के मंत्री का नाम
गोबिंद साहू की गिरफ्तारी के बाद उसके गैर-कानूनी करतूतों की कलई धीरे-धीरे खुल रही है। धोखा देकर लोगों की जमीन हड़पने से लेकर पूर्व में ट्रैक्टर से कुचलकर एक लड़की की हत्या करने का पुराना मामला भी सामने आया है। इस पूरे प्रकरण में राज्य के गृह राज्य मंत्री कैप्टन दिव्यशंकर मिश्र का नाम भी आ रहा है। गोबिंद को मंत्री का करीबी माना जाता है। आलम यह है कि पहले जो लोग दिव्यशंकर के कारण गोबिंद के खिलाफ बोलने से कतराते थे, अब वे खुल कर उसके बारे में बोलने लगे हैं। दिव्यशंकर उसी जूनागढ़ के विधायक हैं, जहां महालिंग सनशाइन स्कूल स्थित है। गोबिंद के स्कूल में मंत्री दिव्यशंकर मिश्रा राज्य सरकार के मंत्रियों के साथ स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों में आते रहते थे। इन कार्यक्रमों में वह मंत्रियों से स्कूल के बारे में अच्छा-अच्छा बोलने को कहते थे। अब इसका भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ममिता के परिवार का आरोप है कि मंत्री दिव्यशकर मिश्र शारीरिक संबंध बनाने के लिए इस स्कूल में आते थे।
ममिता मेहेर हत्याकांड के खिलाफ ब्रजराजनगर में कैंडल मार्च निकाला गया।
गुप्त कमरे को लेकर चर्चा
स्कूल के प्लस-3 छात्रावास में एक गुप्त कमरे को लेकर भी चर्चा जोरों पर है। बताया जा रहा है कि इस गुप्त कमरे में एसी समेत होटल जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यौन शोषण का काम इसी 20 नंबर कमरे में होने की बात कही जा रही है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस बाबत कोई जांच शुरू नहीं की है। इस कारण भी पुलिस की जांच संदेह के घेरे में है। स्थानीय नेताओं का कहना है कि मंत्री दिब्यशंकर मिश्रा अक्सर स्कूल में आते थे और रात में भी यहीं ठहरते थे। कालाहांडी जिला परिषद की अध्यक्ष नमितारानी साहू ने मीडिया से कहा कि राज्य सरकार के कई मंत्री इस स्कूल में आते थे। दिव्यशंकर मिश्रा तो हर सप्ताह इस स्कूल का दौरा करते थे। इस क्षेत्र में तीन और भी कॉलेज हैं, लेकिन वे हर बार एक ही संस्थान का दौरा क्यों करते थे? वे इस स्कूल को सरकारी सहायता भी दे रहे थे। वह रात में भी यहीं रुके थे।
भाजपा का आरोप- मंत्री ने की थी सुलह कराने की कोशिश
भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय महापात्र ने दावा किया कि गोबिंद और ममिता के बीच विवाद को सुलझाने के लिए कैप्टन दिव्यशंकर मिश्र ने अंतिम प्रयास किया था। दोनों मंत्री के रायपुर स्थित घर भी गए थे। लेकिन बात नहीं बनी। महापात्र ने इस मामले में कॉल रिकॉर्ड की जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि मंत्री दिव्यशंकर मिश्र, गोविंद साहू और ममिता की फोन कॉल रिकॉर्ड जांच करने पर काफी कुछ साफ हो जाएगा। हालांकि पुलिस ने दिव्यशंकर की कुछ कॉल रिकॉर्ड की जांच कर इसकी सील बंद रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भेजी दी है। लेकिन कुछ अधिकारी रिपोर्ट को दबा कर बैठे हैं। मुख्यमंत्री स्वयं रिकॉर्ड मंगा कर मामले में कार्रवाई करें। उन्होंने आशंका जताई कि इस मामले में राज्य सरकार के कई मंत्री व सरकारी अधिकारी भी लपेटे में आ सकते हैं। उन्होने कहा कि पुलिस जान-बूझ कर मुख्य आरोपी गोबिंद साहू को बचाने के लिए मामले को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि कहा जा रहा है कि गोबिंद ने पुलिस के समक्ष जुर्म स्वीकार कर लिया है। लेकिन 24 घंटे बीतने पर भी मजिट्रेट के सामने उसका बयान क्यों नहीं लिया जा रहा है? इससे साफ है कि मामले को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।
मंत्री के रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं
भाजपा ने कहा है कि इस मामले में गोबिंद के संरक्षक के कैप्टन दिव्यशंकर मिश्र के राज्य के गृह मंत्री के रहते इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। इसलिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक मिश्र को बर्खास्त करें तथा मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए निर्देश जारी करें। इस मामले में भाजपा प्रदेश भर में आंदोलनात्मक कर रही है। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग तथा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी इस मामले के रिपोर्ट तलब की है।
टिप्पणियाँ