अलीगढ़ जिले में पशु कत्लखानों में करीब दो साल में 22 लाख पशुओं का कत्ल किया गया है। पशुपालन विभाग से एक आरटीआई में मिली जानकारी के मुताबिक ये केवल एक जिले के आठ कत्लखानों की रिपोर्ट है। अलीगढ़ निवासी पं. केशव दत्त शर्मा के द्वारा पशुपालन विभाग से जिले के पशु कत्लखानों में काटे जाने वाले जानवरों के विषय मे आरटीआई के तहत जानकारी मांगी गई थी।
आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार जिला अलीगढ़ में पशुओं के कुल नौ कत्लखाने हैं। इनमें से एक बंद है, शेष 8 में जनवरी 2020 से अब तक 22 लाख से ज्यादा पशुओं को काटा गया है। जिनमें से 20.80 लाख भैंस के और एक लाख पचपन हजार बकरी वंश के हैं। अलीगढ़ से भैंस के मीट का व्यापार देश-विदेश तक किया जाता है। ये आंकड़ा एक अलीगढ़ जिले का है, जबकि पूरे यूपी में हर साल करीब एक करोड़ पशुओं की हत्याएं किए जाने का अनुमान है। योगी सरकार के सत्ता संभालने के बाद से अलीगढ़ में अवैध रूप से चल रहे पंद्रह बूचड़खाने बंद करवा दिए गए। उस वक्त ये आरोप था कि ये गौवंश के अवैध रूप से चल रहे कत्लखाने हैं।
सम्भल शहर से लगे तसपुर गुसाईंन थाना क्षेत्र में दो पशु तस्करों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र के मुताबिक शमशाद और शरीफ अजीज कुरैशी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है। वे पशु चोरी, हत्या, तस्करी में वांछित हैं। डीएम की संस्तुति पर इनकी सवा करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर कुर्क कर दी गई है।
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