प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से यूपी के 9 जिलों सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात दी और जनसभा को संबोधित किया। नौ नए मेडिकल कॉलेज के निर्माण से करीब ढाई हजार नए बेड तैयार हुए हैं। 5 हजार से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिकल के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं। इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन का भी शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
पहले की सरकारों के लिए स्वास्थ्य सेवा धन कमाने का माध्यम थी
श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के बाद जो भी पिछली सरकारें थीं, उसने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान नहीं दिया। पिछले सात वर्षों में हमारी सरकार ने हेल्थ सेक्टर को सुधारने को लेकर कई कदम उठाए हैं। हमारा प्रयास है कि हर गरीब को इलाज मिले। इसके पहले जो लोग सरकार में थे, उन लोगों ने गरीबों को इलाज से वंचित रखा और खुद अपनी तिजोरी भरने में लगे रहे।
हमसे पहले जो लोग सरकार में थे। उनके लिए स्वास्थ्य सेवा, धन कमाने और घोटालों का एक माध्यम थी। वे लोग गरीब की परेशानी देखकर दूर भागते थे। हमने ‘आयुष्मान भारत योजना’ लागू की। इस योजना में अभी तक 2 करोड़ से अधिक गरीबों का अस्पताल में मुफ्त इलाज हो चुका है। केंद्र और राज्य की सरकार सभी का दर्द समझती है। देश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए हम दिन-रात एक कर रहे हैं।
600 से अधिक जिलों में 35 हजार से ज्यादा बेड होंगे
उन्होंने कहा कि आज गांवों और शहरों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं, जहां बीमारियों को शुरुआत में ही डिटेक्ट करने की सुविधा होगी। इन सेंटरों में फ्री मेडिकल कंसल्टेशन, फ्री टेस्ट, फ्री दवा जैसी सुविधाएं मिलेंगी। देश के 730 जिलों में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब्स बनाए जाएंगे। गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए 600 से अधिक जिलों में क्रिटिकल केयर से जुड़े 35 हजार से ज्यादा नए बेड तैयार किए जाएंगे।
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