केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौर पर हैं। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक अमित शाह श्रीनगर पहुंचे। बता दें कि 5 अगस्त, 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह उनकी यह पहली यात्रा है। गृह मंत्री दौरे के मद्देनज़र पूरी घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा बलों ने विशेष रूप से श्रीनगर में जांच और तलाशी बढ़ा दी है और अभी तक सैंकड़ों की संख्या में दो पहिया वाहनों को ज़ब्त किया गया है। आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए श्रीनगर और पुलवामा के लगभग 15 इलाकों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक लगा दी है, जबकि डल झील के पास वाले इलाके को 23 से 25 अक्टूबर तक आम नागरिकों के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि यह सभी कदम आतंकी हिंसा को रोकने के लिए उठाये गए हैं।
बलिदानी इंस्पेक्टर परवेज के परिजनों की मुलाकात
गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में बलिदानी इंस्पेक्टर परवेज के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। बता दें कि जून महीने में आतंकियों ने इंस्पेक्टर परवेज अहमद की हत्या कर दी थी। मुलाकात के दौरान गृह मंत्री ने परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी का भरोसा दिया। साथ ही कहा कि पूरा देश बलिदानी परिवार के साथ है।
गौरतलब है कि अक्टूबर महीने में सुरक्षाबलों ने घाटी में 10 एनकाउंटर में 17 आतंकवादियों को मार गिराया है। जबकि आतंकी हमलों में 10 सैनिक और 12 आम नागरिक भी मारे गए हैं। हालांकि सभी सुरक्षा एजेंसी सतर्क हैं और लगातार आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है।
कई मायनों में खास है दौरा
गृह मंत्री का जम्मू-कश्मीर दौरा कई मायनों में खास है। अक्तूबर माह में कश्मीर घाटी में लगातार लोगों को निशाना बनाया गया है। दूसरा, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से यह पहला दौरा है। इस दौरे को लेकर राज्य में खासी तैयारियां की गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को काफी सख्त कर दिया गया है.
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