जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ सरकार की तरफ से कार्रवाई का सिलसिला जारी है। इस बार सरकार ने अलगाववादी नेता सैयद शाह गिलानी के पोते को नौकरी से निकाल दिया है। सैयद शाह गिलानी के पोते अनीस-उल-इस्लाम को संविधान के आर्टिकल 11 (2) (c) के तहत नौकरी से निकाला गया है। बता दें कि अनीस-उल-इस्लाम शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेन्शन सेंटर में कार्यरत थे, जिन्हें अब तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया गया है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश पर सामान्य प्रशासनिक विभाग ने बीते शनिवार को आदेश जारी किया है। बता दें कि अनीस-उल-इस्लाम की गतिविधियों पर उपलब्ध सूचनाओं और तथ्यों की जांच के बाद उसे सरकारी सेवा से बर्खास्त किया गया है। इसके अलावा डोडा जिले में तैनात सरकारी शिक्षक फारूक अहमद भट को बर्खास्त किया गया है। प्रशासन ने दोनों व्यक्तिओं की गतिविधियों को प्रदेश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
गौरतलब है कि आतंकी गतिविधियों में शामिल सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ सरकारी कार्रवाई तेजी से जारी है। अभी बीते महीने भी सरकार ने अपने छह कर्मचारियों को आतंकी संबंध रखने और ओवरग्राउंड आतंकी वर्कर के रूप में काम करने के लिए बर्खास्त कर दिया था। इन सभी कर्मचारियों के खिलाफ आतंकवादी संगठनों से ताल्लुक रखने और उनके लिए ओवरग्राउंड आतंकी वर्कर्स के रूप में काम करने के आरोप में कार्रवाई की गई थी।
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