उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी है। सभी स्कूल बंद हैं और वर्षा—भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित है। बे मौसम बारिश की मार से पिछले दो दिनों में 6 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में दो दिनों से भारी बारिश होने से सबसे ज्यादा चारधाम यात्रा प्रभावित हुई है। शासन के निर्देश पर तीर्थयात्रियों को रोक दिया गया है। ऋषिकेश में चारधाम यात्रा पर जा रहे करीब दो हज़ार वाहनों को लौटा दिया गया है।
यात्रा मार्ग पर भूस्खलन के चलते पिछले 48 घण्टों में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। चमोली जिले में तीर्थयात्रियों की कार के खाई में गिरने से तीन लोगों के मरने की खबर है। इस घटना में घायल तीन अन्य लोगों को गोपेश्वर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये सभी यात्री नोएडा से बद्रीनाथ आये थे। दर्शन कर लौटते वक्त ये हादसा हुआ। शासन ने न सिर्फ चारधाम बल्कि पूर्णागिरी, रीठा साहिब और अन्य धार्मिक स्थलों पर न जाने की अपील जारी की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने आज आपदा प्रबंधन केंद्र जाकर वहां से सभी जिलाधिकारियों से फोन पर बात करके हालात का जायजा लिया। उन्होंने विभिन्न शहरों में रुके हुए यात्रियों के भोजन, दवा आदि की व्यवस्था करने के लिए जिलाधिकारियों को कहा है। उत्तराखंड में सभी स्कूल बंद हैं। पहाड़ों पर जाने वाले ट्रैकर्स को भी अभियान रोक देने को कहा गया है। बारिश और भूस्खलन की वजह से 112 छोटी—बड़ी सड़कें बन्द हो गयी हैं। जिलों में 22 आपदा प्रबंधन दलों को राहत के कामों में लगाया गया है। मौसम विभाग ने 20 अक्टूबर को मौसम साफ होने का अनुमान जताया है।
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