प्रतिभाशाली योग साधकों की खोज करने और उन्हें देश—दुनिया में एक नई पहचान दिलाने के लिए भारत सरकार के युवा और खेल मंत्रालय तथा आयुष मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से एक नई पहल की गई है। इसके अंतर्गत जिला स्तर पर योग प्रतियोगिता कराई जा रही है। इसी क्रम में 'योगासन एक्सपोर्ट एसोसिएशन ऑफ झारखंड' की ओर से 17 अक्तूबर को एक प्रतियोगिता कराई गई। रांची के नामकुम में पतंजलि योगपीठ द्वारा संचालित आचार्यकुलम में संपन्न इस प्रतियोगिता में छोटे—छोटे बच्चों ने योगासनों के माध्यम से लोगों का दिल जीत लिया।
संस्था के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि खेल मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के दिशानिर्देश पर झारखंड में अब तक कुल 16 जिलों में समितियों का गठन किया जा चुका है। इसके बाद प्रत्येक जिले में योग को लेकर प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। सफल प्रतिभागियों को राज्य से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि योगा चैंपियनशिप की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता अगले वर्ष के मार्च महीने में गुजरात में कराई जाएगी। इसमें कुल 145 देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर रांची के सांसद संजय सेठ उपस्थित थे। उनके साथ भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्षा आरती कुजूर और आचार्यकुलम के प्रबंधक स्वामी दिव्य देव भी थीं।
सांसद संजय सेठ ने कहा कि भारत सरकार के प्रयासों से योग अब देश—विदेश में भी किया जाने लगा है। जल्दी ही ओलंपिक में भी यह योग भारत को कई पदक दिलाने का काम करेगा।
रांची विश्वविद्यालय में योग की प्राध्यापिका संतोषी कुमार साहू ने बताया कि झारखंड के लोगों में काफी प्रतिभाएं छुपी हुई हैं उन प्रतिभाओं को दिखाने का यह मौका केंद्र सरकार की ओर से दिया जा रहा है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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