बांग्लादेश में इस्लामी जिहादियों की हिन्दू विरोधी हिंसा शुरू हुए एक सप्ताह हो चुका है, लेकिन अब भी प्रशासन कट्टर मजहबियों पर लगाम लगाने में पूरी तरह असफल रहा है। दुर्गा पूजा पंडालों, मंदिरों, इस्कॉन संस्था आदि पर अपनी सांप्रदायिक नफरत का हिंसक प्रदर्शन करने के बाद कट्टर मुसलमानों के झुंड देश के विभिन्न हिस्सों में हिन्दुओं के घरों, दुकानों को निशाना बना रहे हैं। रंगपुर से मिले समाचार विचलित करने वाले हैं जहां कट्टरपंथी मुस्लिमों के जत्थे ने अनेक हिन्दू घर जला दिए, भयंकर तोड़फोड़ और आगजनी की है।
बांग्लादेश के रंगपुर प्रखंड से मिले समाचार के अनुसार, पीरगंज उपजिले के एक गांव में जबरदस्त आगजनी की घटना हुई जिसमें 20 हिंदू घरों को जला दिया है। बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने मामले पर दुख जताते हुए ट्वीट में लिखा है, “इस वक्त रंगपुर के पीरगंज में हिंदुओं पर हमले जारी हैं। पूरे देश में हिंदुओं पर आक्रमण हो रहे हैं। ऐसा ही चलता रहा तो बांग्लादेश में हिंदुओं का जिंदा रहना मुश्किल हो जाएगा।”
परिषद द्वारा साझा किए एक वीडियो में इस्लामवादियों की भीड़ को एक मंदिर को आग के हवाले करते देखा जा सकता है। दमकलकर्मी उसे बुझाने की कोशिश करते दिखे। आगजनी में मंदिर के भीतर रखी मूर्तियां भी जल गई हैं। रंगपुर में इस समय हालात बेहद नाजुक हैं। हिंदुओं के घर तथा मंदिर जला दिए गए हैं। रंगपुर जिले के पीरगंज उप जिला के हिंदू गांव को मुस्लिमों की भीड़ ने आग के हवाले कर दिया है।”
बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद के अनुसार, माजीपारा के जेलेपोली इलाके मुस्लिमों ने कथित आरोप लगाया था कि किसी हिंदू ने फेसबुक पर ऐसी सामग्री साझा की जिससे मजहब का कथित अपमान हुआ है। जिला पुलिस अधीक्षक मोहम्मद कमरुज्जमां ने कहा कि पुलिस उस व्यक्ति के घर के आसपास पहरा दे रही थी इसलिए उस घर को छोड़कर मजहबी उन्मादियों की भीड़ ने उससे कुछ दूर अन्य घरों में आग लगा दी। इस्लामवादियों की उन्मादी भीड़ ने पीरगंज उपजिला के तीन गांवों मझीपारा, बोटोला तथा हातीबंधा गांवों में जबरदस्त आगजनी और तोड़फोड़ की है। आग इतनी भयंकर थी कि आज 18 अक्तूबर की भोर में जाकर उस पर काबू पाया जा सका है। इस उपद्रव में 15-20 घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
फेनी में एक मंदिर पर हमले के बाद, मुस्लिम हमलावर भीड़ ने कालीपाल में एक वाहन को आग लगा दी, देसी बम फेंके गए, एक दमकल गाड़ी को तोड़ा गया। इतना ही नहीं, जोयकाली, जगन्नाथ बाड़ी, कालीबाड़ी मंदिर तथा गाजीगंज आश्रम सहित अनेक हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए हैं। बताते हैं उसी मुस्लिम भीड़ ने जोयकली मंदिर के पास बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के अध्यक्ष शुकदेब नाथ तपन पर भीषण हमला किया था।
ताजा समाचार के अनुसार, बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने इन घटनाओं की विस्तृत और निष्पक्ष जांच का वादा किया है। उन्होंने कहा कि वे सबूत के इंतजार में हैं। सबूत मिलने के बाद, उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा। कोमिला की घटना को बहुत गंभीरता से लिया गया है। उम्मीद है कि सरकार जल्दी ही चीजों को सामने लाएगी। मंत्री ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन तो दिया है, लेकिन देश के अल्पसंख्यक फिलहाल संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं। कारण यह है कि हिन्दू विरोधी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। 16 अक्तूबर को फेनी में एक मंदिर पर हमले के बाद, मुस्लिम हमलावर भीड़ ने कालीपाल में एक वाहन को आग लगा दी, देसी बम फेंके गए, एक दमकल गाड़ी को तोड़ा गया। इतना ही नहीं, जोयकाली, जगन्नाथ बाड़ी, कालीबाड़ी मंदिर तथा गाजीगंज आश्रम सहित अनेक हिंदू मंदिरों पर हमले किए गए हैं। बताते हैं उसी इस्लामी भीड़ ने जोयकली मंदिर के पास बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के अध्यक्ष शुकदेब नाथ तपन पर भीषण हमला किया था।
फेनी मॉडल पुलिस थाने के अनुसार, हिंसक झड़प में 40 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उन्हें फेनी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों में जमाते-इस्लामी की छात्र इकाई, इस्लामिक छात्र शिबिर के तत्व शामिल थे।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए देश की शेख हसीना सरकार से अपराधी तत्वों को पकड़कर शीघ्र कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। ऐसा न होने पर परिषद को कहना है कि वह आगामी 23 अक्तूबर को देशव्यापी हड़ताल करेगी।
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