मुख्यमंत्री चन्नी ने दिल्ली में कपूरथला हाउस में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा से मुलाकात की। इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व विधायक कुलजीत नागरा और सांसद रवनीत बिट्टू भी मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली पहुंचे।
राकेश सैन
नई नवेली दुल्हन की भांति नित नये नाज नखरे दिखाने वाले पंजाब कांग्रेस के विवादित नेता नवजोत सिंह सिद्धू की छुट्टी करने की तैयारी हो रही लगती है। सिद्धू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे चुके हैं और उसे अभी तक न तो हाईकमान ने स्वीकार किया है और न ही अस्वीकार। पहले कैप्टन अमरिन्दर सिंह और बाद में नवनियुक्त मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद चरनजीत सिंह चन्नी पार्टी से उनकी छुट्टी कराने के लिए कमर कसे हुए नजर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री चन्नी ने दिल्ली में कपूरथला हाउस में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा से मुलाकात की। इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व विधायक कुलजीत नागरा और सांसद रवनीत बिट्टू भी मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली पहुंचे। बताया गया है कि प्रताप सिंह बाजवा को मुख्यमंत्री ने ही मुलाकात करने के लिए कपूरथला हाउस बुलाया था। चन्नी व बाजवा की मुलाकात और नागरा व बिट्टू का मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली जाना पंजाब कांग्रेस सहित विपक्षी दलों में भी चर्चा का विषय बन गया है। इसकी मुख्य वजह नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा है।
चर्चा है कि कपूरथला हाउस में हुई बैठक के दौरान पंजाब में कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चेहरे पर मन्थन किया गया। हालांकि इसकी पुष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस हाईकमान ने जो रुख अपनाया है, उससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि मुख्यमंत्री चन्नी अब नए चेहरे को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपने की इच्छा रखते हैं। वहीं, नागरा के कैबिनेट में शामिल नहीं हो पाने के कारण इन चर्चाओं को और बल मिल रहा है।
उधर, सांसद रवनीत बिट्टू भी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। बिट्टू पहले पंजाब यूथ कांग्रेस की कमान संभाल चुके हैं और गांधी परिवार की गुड बुक में भी हैं। बिट्टू ने सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद कहा था कि जो लोग रूठ कर घर बैठ गए हैं, वह पीछे छूट जाएंगे। अब संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही पंजाब कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल सकता है। सिद्धू ने इस्तीफा वापस नहीं लिया है और हाईकमान पंजाब में नया अध्यक्ष लगाने की कवायद में है, इसलिए चन्नी व बाजवा की मुलाकात को इस कवायद की एक कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।
टिप्पणियाँ