पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को बुलंदशहर जनपद के नरौरा स्थित बांसी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया. उनके पुत्र राजवीर सिंह ने मुखाग्नि दी. विगत शनिवार की रात कल्याण सिंह का निधन हुआ था. उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े भाजपा नेता शामिल हुए.
मुख्य पुरोहित चंद्र पाल आर्य के अनुसार, 20 किलो चंदन की लकड़ी, 5 क्विंटल आम की लकड़ी, केसर कपूर, अन्य औषधियों की सामग्री एवं 60 किलो घी से अंतिम संस्कार को वैदिक विधि विधान से पूरा किया गया . 21 ब्राह्मणों ने वैदिक रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार कराया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके भी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि "रामभक्ति में तज दिया, अपने सिर का ताज / राम शरण की ओर चले, परम राम भक्त आज."
अंतिम संस्कार के पहले कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अतरौली स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. कल्याण सिंह के पैतृक आवास अतरौली पहुंच कर गृहमंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि अर्पित की. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि "बाबूजी का जाना बीजेपी के लिए बड़ी क्षति है. उनकी जगह भर पाना मुश्किल होगा. राम मंदिर के शिलान्यास के बाद उन्होंने कहा था कि उनका लक्ष्य पूरा हुआ. राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी को कुर्बान कर दिया था."
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वहां पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अतरौली पहुंच कर उनके अंतिम दर्शन किये. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही समेत अन्य मंत्रीगण पहले से ही वहां पर उपस्थित थे.
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