नोएडा की रहने वाली दीक्षा, जिसे ऋषभ समझ कर प्यार कर रही थी, असल में वह इमरान निकला। इमरान ने दीक्षा को अपनी हवस का शिकार बनाया। उसके बाद जहर देकर मार डाला और नैनीताल से फरार हो गया। अब नैनीताल पुलिस ने 36 घण्टे के अंदर आरोपी को पकड़कर जेल भेज दिया
नोएडा की रहने वाली युवती दीक्षा मिश्रा, जिसे ऋषभ समझ कर प्यार कर रही थी, असल में वह इमरान निकला। पहले दीक्षा को उसने अपनी हवस का शिकार बनाया। उसके बाद में जहर देकर मार डाला और नैनीताल से फरार हो गया। अब नैनीताल पुलिस ने 36 घण्टे के अंदर आरोपी इमरान को पकड़कर जेल भेज दिया है। नैनीताल पुलिस जब इमरान को कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी, तो गुस्साई भीड़ ने इमरान पर हमला बोल दिया। पुलिस ने किसी तरह उसे बचाकर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
दरअसल, नैनीताल के एक होटल में 14-15 अगस्त की रात दीक्षा मिश्रा की हत्या कर इमरान फरार हो गया था। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि दीक्षा अपने दोस्त ऋषभ, श्वेता शर्मा और अलमास के साथ अपना जन्मदिन मनाने नोएडा से नैनीताल आयी थी। रात को एक कमरे में पार्टी हुई। श्वेता और अलमास दूसरे कमरे में चले गए। सुबह दीक्षा के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो स्टाफ से खुलवाया गया।
इस दौरान दीक्षा का शव संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला और ऋषभ फरार हो चुका था। पूछताछ में यह पता चला कि फरार व्यक्ति गाजियाबाद निवासी ऋषभ नहीं बल्कि इमरान पुत्र इस्तेबेजमुद्दीन है। मृतका दीक्षा की दोस्त श्वेता की तरफ से पुलिस में तहरीर दी गयी है। बताया गया कि इमरान गाजियाबाद में होरिजन होम्स चलाता है।
एसपी (क्राइम) देवेन्द्र पींचा के मुताबिक इमरान को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। इमरान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया और 302 का मामला दर्ज किया है।
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