इन दिनों बिहार का बेगूसराय जिला जिहादी तत्वों की करतूतों के लिए चर्चा में रहने लगा है। जिहादी तत्व गरीब और वंचित हिंदुओं को अपने निशाने पर रखने लगे हैं। ये तत्व किसी हिंदू के घर में घुसकर गाली देते हैं, उन्हें प्रताड़ित करते हैं। लड़कियों को जबरन उठा कर ले जाते हैं, उनका निकाह किसी मुसलमान के साथ करवाते हैं। हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार करते हैं। ज्यादातर महिलाएं वंचित समाज से हैं, इसके बावजूद 'जय भीम और जय मीम' का नारा लगाने वाले भी चुप हैं।
गत 8 अगस्त को बेगूसराय के डंडारी प्रखंड के कटहरी गांव में कुछ जिहादियों ने 11 वर्षीया एक हिंदू बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। डंडारी थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार देर रात को रविदास टोला में रहने वाली यह बच्ची शौच के लिए घर से बाहर निकली थी, तभी 22 वर्षीय मो. लड्डू और 26 वर्षीय मो. सिंटू ने उसे दबोच लिया। रिपोर्ट के अनुसार मो. लड्डू ने उसके मुंह को ओढ़नी से बांध कर बाइक पर बैठा लिया और उसे लगभग एक किलोमीटर दूर कब्रिस्तान ले जाया गया। वहां उसके साथ मारपीट की गई और बाद में बलात्कार किया गया। जब बच्ची इनके जुल्म से बेहोश हो गई तो ये लोग उसे रविदास टोला के समीप छोड़ कर भाग गए। किसी की नजर पड़ी तो टोले में जाकर लोगों को सूचना दी। कुछ स्वस्थ होने पर लड़की ने 10 अगस्त को डंडारी थाने में अपने परिजनों के साथ एफआईआर दर्ज करवाई। इसके बाद हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल के कार्यकरर्ता भी सक्रिय हुए। इस कारण प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी। पुलिस ने मो. लड्डू को गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले भी इस तरह की अनेक घटनाएं बेगूसराय जिले में हो चुकी हैं। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता राहुल कुमार इन घटनाओं के मूल में जनसंख्यायिकी परिवर्तन को मानते हैं। बता दें कि बेगूसराय के कई क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ी है। लाखो, साहेबपुर कमाल जैसे क्षेत्रों में लगभग 50 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों की हो गई है। जिहाद के कई तरीके हिंदुओं पर आजमाए जा रहे हैं।
छह माह पहले फरवरी में बेगूसराय में इन हैवानों ने 11 साल की एक अन्य नाबालिग का बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी थी। उसकी लाश सिउरी पुल स्थित कोरिया घाट से प्राप्त हुई थी। बच्ची का अपहरण इसी वर्ष 13 फरवरी को हुआ था। वह बच्ची छठी की छात्रा थी। अपने घर से बिस्कुट लाने गई थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। परिजनों ने काफी खोज की। अंततः 14 फरवरी को वीरपुर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई। इसके बाद 18 फरवरी को लड़की की लाश मिली थी। पुलिस के अनुसार छात्रा के साथ बलात्कार हुआ था। शव की पहचान उसके कपड़ों से हुई थी।
कुछ दिनों पहले यहां के शाहपुर गांव में वंचित समाज की एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ और उसके परिजनों पर हमले का मामला भी सामने आया था। इस घटना में लड़की के चाचा संतोष दास और भाई राजू व गौतम बुरी तरह से घायल हुए थे। इस घटना के संबंध में कहा जाता है कि वह लड़की सब्जी लेने के लिए साइकिल से रमजानपुर बाजार जा रही थी। तभी रास्ते में मो. अलाउद्दीन अपनी साइकिल उसके आगे घुमाने लगा। इस पर वह लड़की गिर गई और उलाउद्दीन उसे छेड़ने लगा। किसी तरह वह वहां से भाग पाई और अपने घर वालों को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसके घर वाले मो. अलाउद्दीन के घर गए तो वहां उसके घर वालों ने उन पर हमला कर दिया।
इसकी शिकायत लड़की के घर वालों ने पुलिस से की। इसमें मो. अलाउद्दीन, मो. शाहिद, मो. इकबाल, मो. इस्माइल, मो. नूर आलम आदि पर छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाया गया था। पीड़िता की मां ने शिकायत में पुलिस से निवेदन किया कि उन लोगों को बचाया जाए, नहीं तो वे गांव छोड़ने को मजबूर होंगे। ऐसी घटनाएं बेगूसराय जिले में बड़ी संख्या में होने लगी हैं।
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