लव जिहाद करने वाले लोग मानव तस्करी में भी लगे हैं। पिछले दिनों झारखंड के रामगढ़ जिले में एक ऐसी ही घटना हुई है। जब एक लड़की लव जिहादी जुनैद उर्फ जैकी के जाल में नहीं फंसी उसने उसका अपहरण कर लिया और उसके बेचने की तैयारी करने लगा। सौदा तय होने से पहले ही लड़की ने किसी तरह अपने घर वालों को बताया और अब वह अपने घर पहुंच गई है
झारखंड में रामगढ़ जिले के पतरातू में लव जिहाद का एक ऐसा मामला आया है, जिसके तार मानव तस्करी से भी जुड़ते दिख रहे हैं। जब एक लड़की ने लव जिहादी जुनैद उर्फ जैकी की बात नहीं मानी तो उसने उसकी ससुराल से उसका अपहरण कर लिया और किसी मानव तस्कर को बेचने की तैयारी करने लगा। इसी बीच मौका देखकर उस लड़की ने अपने घर वालों को फोन कर अपने बारे में बताया तब वह वहां से मुक्त हो पाई।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि वह लड़की जनजाति समाज से है और उसकी उम्र केवल 20 साल है, जबकि जुनैद 34 साल का है। तीन साल पहले उस लड़की का विवाह हो चुका है और उसका डेढ़ साल का बेटा भी है। जुनैद पतरातू का ही है और राजमिस्त्री का काम करता है। पिछले कई वर्ष से वह उस लड़की को अपने प्रेमजाल में फंसाने की कोशिश करता रहा था। इसको देखते हुए घर वालों ने उसका विवाह कल्याणपुर निवासी दिनेश कुजूर के साथ कर दिया था। इसके बावजूद जुनैद उस पर अपने साथ निकाह करने का दबाव डाल रहा था। बहुत कोशिश करने के बावजूद लड़की ने उसकी बात नहीं मानी तो जुनैद ने उसकी ससुराल के लोगों से दोस्ती गांठ ली और उसके घर आने—जाने लगा। इसके बाद एक दिन जुनैद ने मौका पाकर महिला का अपहरण कर लिया। घर वालों के बहुत खोजने पर भी वह नहीं मिली तो दो जुलाई को उसके पति ने पिपरवार थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने भी महिला को तलाशने की कोशिश की मगर उसे नहीं ढूंढ पाई। इसी बीच करीब 25 दिन बीतने के बाद मौका पाकर पीड़िता ने अपनी मां और पति से फोन पर बात की और पूरी आपबीती सुनायी। इसके बाद 2 अगस्त को उसकी मां व अन्य परिजन पालकोट थाना पहुंचे और पुलिस को पूरी कहानी बतायी। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर जुनैद को गिरफ्तार कर पीड़िता को बरामद किया और परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
पीड़िता ने शिकायत में कहा कि जुनैद उर्फ जैकी और उसके साथी ने उसे घर के सामने से अगवा किया और गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र के एक गांव में पिछले एक महीने से बंधक बनाकर रखा था। पीड़िता के अनुसार 1 जुलाई की रात करीब 11 बजे एक मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों ने उसके घर का दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोलते ही उसे जबरदस्ती मोटरसाइकिल पर बैठा लिया और जंगल के रास्ते बीजूपाड़ा चोरिया मोड़ ले गए। वहां उसे एक सप्ताह तक जबरन रखा गया। उसके बाद उसे गुमला के टेनगरिया गांव ले गए। इस बीच उसे शारीरिक और मानसिक यातनाएं भी दी गईं। पीड़िता का कहना है कि जब उसे जबरन उठाकर ले जाया गया था तब जुनैद ने उसे बाइक में बीच में बिठाया था और बाइक को उसका कोई साथी चला रहा था। जुनैद उसे बार-बार कह रहा था कि अगर हल्ला किया तो गोली मार देंगे। गुमला में रहते हुए जुनैद हमेशा किसी-किसी से पीड़िता को बेचने की बात करता था।
उम्मीद है कि पुलिस इस मामले की तह तक जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएगी।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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