सुनील राय
"नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, जेवर" के निर्माण का कार्य अब जल्द ही शुरू होने जा रहा है. जेवर एयरपोर्ट के लिए राज्य सरकार की ज्वाइंट वेंचर कम्पनी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनआईएएल) एवं ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की एसपीवी, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा.लि. के बीच लाइसेंस मेमोरेंडम हस्ताक्षरित हो चुके हैं. अब जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस एयरपोर्ट का शिलान्यास संभावित है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी के बीच भी जेवर एयरपोर्ट का कार्य समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ने पर प्रसन्नता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "हवाई चप्पल पहने व्यक्ति के हवाई सफर का जो सपना देखा था, अब वह साकार हो रहा है. बहुत जल्द उत्तर प्रदेश में पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे. कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट हमारा कार्य लगभग पूरा हो चुका है और कभी भी इस एयरपोर्ट को इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए प्रारंभ किया जा सकता है. एयरपोर्ट टर्मिनल को भारतीय वास्तुकला का विशिष्ट नमूना बनाने की कोशिश की जायेगी.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खास बातें*
● जनपद गौतमबुद्धनगर के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का विकास पीपीपी मोड पर कराया जा रहा है. इस हेतु साइट क्लीयरेंस, इमिग्रेशन सर्विसेज का अनुमोदन, पर्यावरण मंत्रालय की एनओसी सहित सभी आवश्यक आपत्तियां प्राप्त हो चुकी हैं.
● एयरपोर्ट की स्थापना के लिए 4100 करोड़ की लागत से "भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम-2013" की व्यवस्था के अनुसार 1,334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है.
● एयरपोर्ट के विकास के लिए ग्लोबल ई-टेंडर के माध्यम से सबसे अधिक पैसेंजर राजस्व की बोली लगाने वाली कंपनी ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को विकासकर्ता के रूप में चयनित किया गया है. जेवर एयरपोर्ट के लिए चयनित विकासकर्ता ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा गठित एसपीवी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड एवं उत्तर प्रदेश सरकार की कंपनी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के साथ कंसेशन एग्रीमेंट किया जा चुका है.
● राज्य सरकार द्वारा नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के रन-वे की संख्या 2 से बढ़ाकर 6 किए जाने का निर्णय लिया गया है. रन-वे की संख्या बढ़ाए जाने के संबंध में पीडब्ल्यूसी की फिजिबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार 5 रन-वे को फिजिकल बताया गया है.
● एयरपोर्ट की भूमि से संबंधित परिवारों के पुनर्वास एवं पुर्नव्यवस्थापन हेतु आवश्यक 48.0970 हेक्टेयर भूमि का अर्जन किया जा चुका है. पुनर्वासन एवं पुर्नव्यवस्थापन का कार्य 99 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुका है.
● वर्ष 2021-22 में इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारम्भ होकर प्रथम चरण का कार्य तीन वर्षों में पूर्ण होगा. जब यह एयरपोर्ट प्रारम्भ होगा तो 12 मिलियन पैसेंजर से शुरू होगा जो चरणवार बढ़ कर वर्ष 2040-50 तक 70 मिलियन हो जाएगा.
● जेवर एयरपोर्ट कार्गो एयरपोर्ट भी है, वर्ष 2040-50 तक 2.6 मिलियन टन कार्गो की क्षमता का विकास होगा. इससे व्यापार और उद्योगों को एक नई दिशा मिलेगी.
● जेवर एयरपोर्ट को हाई स्पीड रेल से जोड़े जाने के सम्बन्ध में कार्य तेजी से प्रगति पर है. इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा जोड़े जाने तथा मेट्रो रेल से जोड़े जाने की दिशा में कार्य तेजी से चल रहा है.
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