इस्राएल के राष्ट्रपति इसाक हर्गोज और यूएई के राजदूत मोहम्मद अल खाजा दूतावास का उद्घाटन करते हुए
इस्राएल में यूएई का दूतावास खुलना मध्य पूर्व के लिए शांति, समृद्धि और सुरक्षा वाले भविष्य के सफर में एक अहम मील पत्थर है
हाल ही में तेल अवीव में यूएई का दूतावास खुलने से खाड़ी देशों और स्वाभिमानी यहूदी देश इस्राएल के बीच रिश्तों को गरमाने की लंबी कवायद रंग लाती दिखी है। इन बदल रहे हालात के पीछे अमेरिका के पूर्ववर्ती ट्रम्प प्रशासन और तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो की मेहनत साफ झलकती है।
उल्लेखनीय है कि फरवरी 2020 में इस्राएल के तत्कालीन प्रधानमंत्री नेतन्याहू खाड़ी देशों, यूएई और बहरीन के दौरे पर गए थे। उनकी वह ऐतिहासिक यात्रा थी। इतिहास गवाह है कि उससे पहले खाड़ी देशों के साथ इस्राएल का छत्तीस का आंकड़ा रहा था। कट्टर सुन्नी खाड़ी देशों का यहूदी और स्वाभिमानी इस्राएल से कभी मेल नहीं बैठा था। लेकिन अमेरिका की पहल पर वह एक नया मोड़ आया था।
तब सितम्बर 2020 में व्हाइट हाउस में इस्राएल, यूएई और बहरीन के बीच एक महत्वपूर्ण संधि हुई थी। उसके बाद से खाड़ी देश और इस्राइल के बीच संबंधों में और सुधार आता गया है। अब ताजा घटनाक्रम में यूएई का तेल अवीव में अपना दूतावास खोलना एक सकारात्मक संकेत करता है। तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप ने इस्राएल के साथ सूडान और मोरक्को के संबंध भी पटरी पर लाने के लिए प्रयास किए थे।
आज बेशक संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई और इस्राएल के बीच रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने लगी है। यूएई के इस्राइल में खुले खाड़ी देशों के पहले दूतावास के उद्घाटन कार्यक्रम में इस्राएल के राष्ट्रपति इसाक हर्गोज स्वयं मौजूद रहे। पिछले साल यूएई और बहरीन ने अब्राहम संधि करके इस्राएल के साथ रिश्तों को सामान्य करने की पहल की थी। यूएई का यह दूतावास तेल अवीव के शेयर बाजार में खोला गया है।
उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रपति हर्गोज ने कहा भी कि दूतावास का खुलना मध्य पूर्व के लिए शांति, समृद्धि और सुरक्षा वाले भविष्य की ओर मिलकर बढ़ने के सफर में एक अहम मील पत्थर है। बता दें कि जून 2021 में इस्राएल के विदेश मंत्री यायर लापिड यूएई गए थे, वहां उन्होंने अबू धाबी में इस्राएल के दूतावास का शुभारम्भ किया था। इस्राएल और यूएई के बीच औपचारिक रूप से राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे।
तेल अवीव में यूएई के राजदूत मोहम्मद अल खाजा ने दूतावास के भवन पर अपने देश का ध्वज फहराकर दूतावास में कामकाज की शुरुआत की। राष्ट्रपति इसाक ने अपने भाषण में इसका उल्लेख करते हुए कहा कि साल भर पहले तक इस्राएल में यूएई का झंडा फहरना सपने जैसा लगता था, लेकिन आज वह सपना पूरा हुआ है।
सितम्बर 2020 में व्हाइट हाउस में इस्राएल, यूएई और बहरीन के बीच एक महत्वपूर्ण संधि हुई थी। उसके बाद से खाड़ी देश और इस्राइल के बीच संबंधों में और सुधार आता गया है। अब ताजा घटनाक्रम में यूएई का तेल अवीव में अपना दूतावास खोलना एक सकारात्मक संकेत करता है।
संयुक्त अरब अमीरात का यह दूतावास तेल अवीव के व्यापारिक इलाके के बीचोंबीच शेयर बाजार की इमारत में ही बनाया गया है। अन्य ज्यादातर देशों के दूतावास तेल अवीव में ही हैं क्योंकि यरुशलम विवादित माना जाता है, लेकिन अमेरिका का दूतावास 2018 में यरुशलम में ही बनाया था। हालांकि 1967 में ही इस्राएल ने पूर्वी यरुशलम को अपने नियंत्रण में लेकर इसे अपना क्षेत्र बताया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने उसे इसकी मान्यता नहीं दी थी।
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