18 साल की कविता को कन्वर्ट करता मियां मिट्ठू (फाइल चित्र)
18 साल से कम उम्र में कन्वर्जन पर रोक का कानून बनता है तो संभवत: सिंध के हिन्दुओं को कुछ राहत महसूस हो
खबर है कि पाकिस्तान में एक ऐसा कानून लाने की तैयारी हो चुकी है जो किसी के 18 साल का होने तक उसके कन्वर्जन पर पाबंदी लगाएगा। हालांकि इस कानून के मसौदे को लेकर तमाम तरह के मत हवा में तैर रहे हैं, लेकिन इमरान सरकार में मजहबी मामलों के मंत्री नूरूल कादरी ही इसके विरोध में उठ खड़े हुए हैं। उन्होंने कन्वर्जन पर रोक लगाने के प्रस्तावित खाके का विरोध किया है।
पाकिस्तान के मजहबी मामलों के मंत्री नूरूल हक कादरी ने पिछले दिनों 18 साल की उम्र से पहले कन्वर्जन पर रोक के प्रस्ताव का न सिर्फ खुलकर विरोध किया है बल्कि विभिन्न मंचों से अपना यह विरोध सार्वजनिक किया है। अल्पसंख्यक अधिकारों पर वहां की संसदीय समिति में शामिल नूरूल का कहना है कि '18 साल की उम्र से पहले कोई कन्वर्ट होता है तो यह उसका अपना फैसला है, इस पर कोई रोक कैसे लगाई जा सकती है! उसे ऐसा करने से कैसे रोका जा सकता है'!
नूरूल ने साफ कहा है कि वे 18 वर्ष की उम्र से पहले कन्वर्जन पर रोक के पक्ष में नहीं हैं। वे कहते हैं, इस्लाम में 18 साल से पहले कन्वर्जन होने के ढेरों उदाहरण हैं।” पाकिस्तान के मजहबी मामलों के मंत्री इस बात पर तो सहमत हैं कि निकाह की उम्र से जुड़े मुद्दे को कानूनन नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसा करने के लिए इस्लामी विचारधारा परिषद की मदद ली जा सकती है, उससे सलाह की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि सिंध सूबे में बार बार देखने में आ रहे कन्वर्जन के मामलों की वजह से इस मुद्दे पर कई बार आवाज उठी है। यहां हिन्दुओं की तादाद काफी है। वहां अल्पसंख्यक के दर्जे वाले हिन्दू समुदाय में ऐसे कन्वर्जन और जबरन निकाह की घटनाएं आएदिन सुर्खियां बनती हैं। इस मुद्दे पर वहां के हिन्दुओं में आक्रोश तो रहा है लेकिन कट्टरपंथी ताकतें उनकी आवाज दबाती रही हैं।
हालांकि मंत्री नूरूल ने जबरन कन्वर्जन के मामलों की पड़ताल का समर्थन किया है। उनका कहना है कि अगर कोई 'सिंध में जबरन कन्वर्जन' करा रहा है तो उसकी जांच होगी।
सिंध सूबे में बार बार देखने में आ रहे कन्वर्जन के मामलों की वजह से इस मुद्दे पर कई बार आवाज उठी है। यहां हिन्दुओं की तादाद काफी है। वहां अल्पसंख्यक के दर्जे वाले हिन्दू समुदाय में ऐसे कन्वर्जन और जबरन निकाह की घटनाएं आएदिन सुर्खियां बनती हैं। इस मुद्दे पर वहां के हिन्दुओं में आक्रोश तो रहा है लेकिन कट्टरपंथी ताकतें उनकी आवाज दबाती रही हैं।
कन्वर्जन के मुद्दे को उजागर करने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय से इस सीनेट में शामिल दानेश कुमार ने संसदीय समिति के सामने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि बलूचिस्तान के दलबंदिन क्षेत्र में एक मजहबी नेता कन्वर्जन में जुटा हुआ है। उनका इशारा संभवत: मियां मिट्ठू की तरफ था जिसका पिछले दिनों वीडिया भी वायरल हुआ था। उस वीडियो में वह एक हिन्दू लड़की को कन्वर्ट करके उसका निकाह करवाता दिख रहा था। इस घटना के बाद जबरदस्त आक्रोश उपजा था। लेकिन मियां पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
पाकिस्तान में यह कानून लागू हो पाएगा कि नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा।
टिप्पणियाँ