हरियाणा में करनाल के रहने वाले विशाल जूड इन दिनों आस्ट्रेलिया की एक जेल में बंद हैं। उनकी गलती केवल इतनी सी है कि उन्होंने कुछ दिन पहले आस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों का विरोध किया था। उस दिन वे खालिस्तानी भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में नारे लगा रहे थे। विशाल को उनके ये नारे पसंद नहीं आए और उन्होंने उनका विरोध कर दिया। खलिस्तानियों की संख्या लगभग 300 थी। इसके बावूजद विशाल उनसे भिड़ गए। इतने लोगों का कुछ समय तक उन्होंने मुकाबला किया। इसके बाद खालिस्तानी उन पर भारी पड़ गए। उन लोगों ने पहले विशाल के साथ मार—पीट की और अंत में उन्हें पुलिस को सौंप दिया। अब विशाल जेल में हैं। इसलिए करनाल में लगातार उनकी रिहाई के लिए धरने—प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि विशाल देशभक्त हैं और इसलिए उन्होंने यह नहीं देखा कि वे कितने लोगों का विरोध कर रहे हैं। ऐसे लोग जेल में रहें और वह भी खालिस्तानियों के कारण तो यह ठीक नहीं है। इसलिए भारत सरकार तुरंत विशाल को रिहा कराने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
विशाल रोड़ समुदाय के हैं और रोजी—रोटी के लिए आस्ट्रेलिया में रहते हैं। रोड़ वास्तव में मराठे हैं। इनके पूर्वज 1761 में मराठा सेनापति सदाशिव राव भाऊ और विदेशी आक्रांता अहमदशाह अब्दाली के बीच हुई पानीपत की तीसरी लड़ाई के समय पानीपत आए थे। उस समय लड़ाई में अनेक मराठा सैनिक बलिदान हुए थे। लड़ाई के बाद कुछ सैनिक महाराष्ट्र लौट गए थे और कुछ पानीपत, करनाल, सोनीपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर आदि के आसपास बस गए थे। यानी विशाल के पूर्वज भी देशभक्त रहे हैं।
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