पिछले दिनों भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना की ताकत जो एक साल पहले थी, आज उससे कहीं ज्यादा है।
पिछले दिनों भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना की ताकत जो एक साल पहले थी, आज उससे कहीं ज्यादा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ विवाद के बीच एक साल पहले जब हमने तैनाती की थी, उसके बाद एक साल में हमारी ताकत को कम करने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि इस एक साल में हमने कई कदम उठाए हैं और काम किया है। उन्होंने कहा कि 5वीं पीढ़ी का एयरक्राफ्ट देश में बनेगा, उसका निर्णय ले लिया गया है। इसे डीआरडीओ द्वारा तैयार किया जाएगा। संयुक्त स्नातक परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वायुसेना परिवर्तन के एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है। हमारे अभियानों के हर पहलू में प्रौद्योगिकियों और लड़ाकू शक्ति का जितनी तेजी से समावेश अब हो रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ है। उन्होंने पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर कहा कि अगले दौर के लिए बातचीत चल रही है। कमांडर स्तर की वार्ता का प्रस्ताव है और निर्णय लिए जाएंगे। पहला प्रयास बातचीत जारी रखने और संतुलन बनाए रखने का है। इसके अलावा टकराव वाले प्वाएइंट को हटाने और इसे डी-एस्केलेशन के साथ पालन करने का है।
वायुसेना प्रमुख ने अपने संबोधन में कहा कि मेरा हमेशा से मानना रहा है कि आप जिस पीढ़ी से हैं। वह तकनीकी रूप से अनुकूल और डिजिटल स्पेस का उपयोग करने में अच्छी तरह से वाकिफ है। अब आपके लिए इसे साबित करने का समय है। आप जिस माहौल में कदम रखेंगे, वह ना केवल चुनौती देगा, बल्कि आपकी क्षमताओं को भी बढ़ाएगा।
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