पड़ोस/पाकिस्तान : 'तालिबान बेकसूर, भारत कर रहा अफगानिस्तान की धरती को हमारे खिलाफ इस्तेमाल', पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी का बेतुका बयान
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पड़ोस/पाकिस्तान : ‘तालिबान बेकसूर, भारत कर रहा अफगानिस्तान की धरती को हमारे खिलाफ इस्तेमाल’, पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी का बेतुका बयान

by WEB DESK
Jun 20, 2021, 06:11 am IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

आलोक गोस्वामी
 

अफगानिस्तान के चैनल टोलो न्यूज से बात करते हुए कुरैशी ने तालिबान को हिंसा का जिम्मेदार मानने की बजाय, आदत के अनुसार भारत पर उठाई उंगली

    एक बार नहीं, सैकड़ों बार यह बात साबित हो चुकी है कि पाकिस्तान की सियासत और सियासतदान अपने 'कैप्टन' इमरान नियाजी खान सरीखे सियासी नौसिखियों जैसा बर्ताव करते हैं। कोरे बयानवीर इन पाकिस्तानी सियासतदानों को दुनियावी सियासत का न उतना तजुर्बा है, न तौर—तरीके ही मालूम हैं। एफएटीएफ के रडार पर लगातार बने और कर्ज में बाल—बाल तक गिरवी रख चुके पाकिस्तान का जिहादी तंजीमों को पैसा मुहैया कराना न सिर्फ जारी है, बल्कि उनको हिफाजत वाली पनाहगाह भी देने में उसे बड़ा फख्र महसूस होता है। सालों तक अल कायदा सरगना बिन लादेन को एबटाबाद में छुपाए रखने वाले मुल्क के नेता कैमरों के सामने बिन लादेन के नाम से ऐसे उचकते थे जैसे उसका नाम ही पहली बार सुन रहे हों। पड़ोसी मुल्क के इसी बचकाने बर्ताव का पूरा फायदा उठा रहा है शातिर विस्तारवादी चीन। पैसे से मदद की आड़ में वहां हर भारत विरोधी कदम बेहिचक उठाने की चीन की हिमाकत ऐसे ही नहीं हुई है।

    कुरैशी के ही मुल्क के सांसद रहे पश्तून एक्टिविस्ट अफ्रसियाब खट्टक ने उनके साक्षात्कार पर बेबाकी से टिप्पणी की। उन्होंने कहा, तालिबान को विदेश मंत्री की जरूरत कभी नहीं पड़ेगी, क्योंकि उनके पास कुरैशी जो हैं, विदेश मंत्री के नाते। उधर अफगानिस्तान से भी एक टिप्पणी आई वहां के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर हमदुल्लाह मोहिब की। हमदुल्लाह का कहना है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री अनजान, कम जानकारी वाले और तालिबान के सहयोगी हैं।

    अफगानिस्तान में तालिबान ने जिहाद और शरिया के नाम पर जो कत्लेआम मचाया हुआ है, उसे दुनिया देख ही रही है। कट्टर मंसूबों को अंजाम देने के लिए उसे भी खाद—पानी पाकिस्तान से ही मिल रहा है, यह तथ्य विशेषज्ञ रपटों में एक नहीं, अनेक बार सामने आया है। तालिबानियों के पाकिस्तान के सरहदी पहाड़ी इलाकों में हिफाजती खोहों में ठिकाने बनाए होने के खुलासे भी कई बार हुए हैं। लेकिन लादेन की तरह अगर तालिबान के बारे में भी पाकिस्तानी सियासतदान मासूम बने रहें, तो उनकी मंशा पर क्या कहा जाए! यही वजह है कि पाकिस्तान हाफिज सईद, मसूद अजहर और सलाहुद्दीन जैसे आतंकी सरगनाओं का जिक्र आते ही मासूमियत ओढ़ लेता है।

    कुरैशी की समझ का स्तर
    मुल्क के विदेश मंत्री का ओहदा पाए शाह महमूद कुरैशी ने कई मौकों पर अपने बयानों से इस्लामी मुल्क को शर्मनाक हालात में पहुंचाया है। पिछले दिनों सीएनएन चैनल पर उनकी नस्लवादी टिप्पणी पर महिला एंकर की नाराजगी का वीडियो खूब वायरल हुआ ही था। ऐसे अधपके बयान पूरी बेशर्मी के साथ देने में माहिर हो चुके कुरैशी ने एक बार फिर अपनी सियासी और वैश्विक जिहाद की समझ का गिरता स्तर जताया है एक साक्षात्कार में।
     
गत 17 जून को अफगानिस्तान के समाचार चैनल टोलो न्यूज से बात करके हुए, शाह महमूद कुरैशी ने अफगानिस्तान में चल रही तालिबानी हिंसा में तालिबान को बेकसूर ठहराया है। लेकिन अगली ही सांस में, अपने कट्टर मजहबी एजेंडे के तहत यह कहना नहीं भूले कि ये तो भारत है जो अफगनिस्तान की धरती से आतंकवादी गतिविधियां चला रहा है। कुरैशी से जब अफगानिस्तान में हिंसक कार्रवाइयों के बारे में पूछा गया तो उलट प्रश्न करते हुए उन्होंने पूछा कि इन हिंसक कार्रवाइयों के पीछे जिम्मेदार कौन है? उन्होंने सवाल पूछने वाले से ही कहा कि 'अगर इन हिंसक वारदातों के लिए आप फिर से तालिबान को कसूर देना चाहते हैं तो यह एक तरह से कुछ ज्यादा ही हो जाएगा। वहां हिंसा फैलाने वाले और भी कई तत्व हैं।'

    भारत के संदर्भ में कुरैशी का कहना है, “अफगानिस्तान में भारत की मौजूदगी हद से ज्यादा है। अफगानिस्तान एक संप्रभुता वाला मुल्क है, जिसके अपने रिश्ते हैं, कारोबार है। लेकिन भारत अफगानिस्तान की धरती को हमारे (पाकिस्तान) खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है।'' इस सवाल पर कि भारत कैसे अफगानिस्तान का इस्तेमाल कर रहा है तो कुरैशी ने तपाक से कहा, ''अफगानिस्तान की धरती से दहशतगर्दी को अंजाम देकर। अफगानिस्तान की जमीन से भारत, पाकिस्तान में शांति और स्थायित्व को नुकसान पहुंचा रहा है।''

    लेकिन अफगानिस्तानी पत्रकार भी कहां मानने वाला था। उस पत्रकार, लोतफुल्लाह नजफिजादा ने कुरैशी से चुटकी ली,''अफगानिस्तान में भारत के कितने कोंसुलेट हैं?'' बस इस सवाल पर अपनी आदत के अनुसार, उखड़ गए पाकिस्तानी विदेश मंत्री। बोले,''आधिकारिक तौर पर तो चार हैं, पर असल में कितने हैं, ये आप ही बताएं।''
    इसमें शक नहीं कि कुरैशी वही जबान बोल रहे थे, जो उनके मुल्क की सियासत, फौज, दहशतगर्द और 'कैप्टन' बोलते हैं। वे अक्सर ऐसी बेबुनियाद बात फैलाया करते हैं कि अफगानिस्तान में भारत के कई कोंसुलेट हैं। पर सभी जानते हैं कि असल में ये चार ही हैं, हेरात, जलालाबाद, कंधार और मजारे-शरीफ में।

    बहरहाल, बात सिर्फ कुरैशी के साक्षात्कार में बड़बोलेपन पर ही खत्म नहीं होती। कुरैशी के ही मुल्क के सांसद रहे पश्तून एक्टिविस्ट अफ्रसियाब खट्टक ने उनके साक्षात्कार पर बेबाकी से टिप्पणी की। उन्होंने कहा, तालिबान को विदेश मंत्री की जरूरत कभी नहीं पड़ेगी, क्योंकि उनके पास कुरैशी जो हैं, विदेश मंत्री के नाते। उधर अफगानिस्तान से भी एक टिप्पणी आई वहां के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर हमदुल्लाह मोहिब की। हमदुल्लाह का कहना है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री अनजान, कम जानकारी वाले और तालिबान के सहयोगी हैं।

    चिंता की बात है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी का यह बयान ऐसे समय आया है जब अफगानिस्तान के ही सुरक्षा अधिकारी कह रहे हैं कि अफगानिस्तान में जारी हिंसा में 3 और 4 जून, दो दिन में ही 119 लोगों की मौत हुई है, इनमें से 102 अफगानी सुरक्षाकर्मी हैं। लेकिन उधर, अफगानी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उनके सुरक्षाबलों की दहशतगर्दी के खिलाफ कार्रवाई में इन दो दिनों, 3 और 4 जून को ही क्रमश: 183 और 181 तालिबानी जिहादी मारे गए थे।

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies