पश्चिम बंगाल स्थित नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बीएसएफ ने गैर कानूनी तरीके से सीमा पार जाने की कोशिश करते पांच बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि गिरफ्तार किए गए घुसपैठिये बांग्लादेश के जिला यशोर व नरेल के रहने वाले हैं।
पश्चिम बंगाल स्थित नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बीएसएफ ने गैर कानूनी तरीके से सीमा पार जाने की कोशिश करते पांच बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से गत बुधवार को जारी एक बयान में बताया गया कि गिरफ्तार किए गए घुसपैठिये बांग्लादेश के जिला यशोर व नरेलके रहने वाले हैं। इनमें चार महिलाएं और एक पुरुष है, जिनकी पहचान काजोल बिस्वास, लकी बेगम, शेफाली बेगम, अजीज फकीर व मरियम सेख के रूप में हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग शाखा की सूचना पर एक विशेष गस्ती दल ने सीमा चौकी महेंद्रा, आठवीं वाहिनी के इलाके में केला बागान में छुप कर बैठे इन पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को 15 जून की शाम उस समय गिरफ्तार किया, जब वे गैर कानूनी तरीके से सीमा पार जाने की फिराक में थे। पूछताछ में पांचों ने स्वीकार किया कि वे सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं और अलग-अलग समय में अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत आए थे। यहां वे सभी पिछले कई सालों से गैरकानूनी तरीके से रहकर मुंबई के अलग-अलग स्थानों पर काम करते थे। अब अपने परिवार से मिलने के लिए वे वापस बांग्लादेश जा रहे थे। बांग्लादेशी नागरिकों ने बीएसएफ को बताया कि सीमा पार कराने के लिए उन्होंने भारतीय दलाल हफीजूल को 10 से 12 हजार रुपये दिए थे। हालांकि दलाल मौके से भागने में कामयाब रहा। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार घुसपैठियों को पुलिस थाना हंसखली को सौप दिया है।
घुसपैठियों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई
आठवीं वाहिनी—बीएसएफ के कमांडेंट बी मधुसूदन राव ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही है, जिसके चलते घुसपैठियों और दलालों को अब अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं। उनमें से कई पकड़े जा रहे हैं तथा उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं भी हो रही हैं।
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