पाकिस्तान में एक तरफ जहां अल्पसंख्यक हिन्दू और सिखों पर अत्याचार जारी है तो वहीं उनके धार्मिक स्थलों पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। दरअसल ताजा मामला खैबर पख्तूनख्वा के मनसेहरा का है, जहां तीन हजार साल पुराने शिव मंदिर परिसर में अवैध निर्माण किया गया है।
पाकिस्तान में एक तरफ जहां अल्पसंख्यक हिन्दू और सिखों पर अत्याचार जारी है तो वहीं उनके धार्मिक स्थलों पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। दरअसल ताजा मामला खैबर पख्तूनख्वा के मनसेहरा का है, जहां तीन हजार साल पुराने शिव मंदिर परिसर में अवैध निर्माण किया गया है। इलाके के कट्टरपंथियों ने क्षेत्र के हिंदू समुदाय को परेशान कर रखा है।
खबरों के अनुसार मंदिर के धार्मिक, ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व के बावजूद स्थानीय प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। अवैध निर्माण के चलते मंदिर की प्रामाणिकता खतरे में है। मंदिर में ऐसे स्थान पर शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे मंदिर की पवित्रता, स्थापत्य को खतरा पैदा हो गया है। इस सबंध में हिंदू समुदाय ने पेशावर हाई कोर्ट की एबटाबाद पीठ का रुख किया, जिसे पीठ ने स्वीकार करते हुए संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया।
गौरतलब है कि मनसेहरा शिव मंदिर पाकिस्तान के सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक है, जिसे चिट्टी गती के नाम से जाना जाता है। शिवरात्रि के दौरान इस स्थान पर पूरे पाकिस्तान और विदेशों से दर्शानार्थी आते हैं।
टिप्पणियाँ