बिहार में जिहाद के कई स्वरूप देखने को मिल रहे हैं। लव जिहाद, जमीन जिहाद के बीच कट्टरपंथी अब जबरन निकाह कर एक और जिहाद को आगे बढ़ा रहे हैं। इस अराजकता की शुरुआत बिहार के महादलित वर्ग की लड़कियों से की गई है
बिहार सरकार में खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री जनक राम ने स्थानीय शासन—प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी चिंता जताई है। जमुई और गोपालगंज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में उन्होंने कट्टरपंथियों द्वारा दलित और महादलित परिवार की लड़कियों को जबरन उठाकर निकाह करने का मामला उठाया है।
दरअसल, जमुई के चंद्रदीप थानांतर्गत भीमनगर गांव में गत 23 मई को रामबालक रविदास की पुत्री रात्रि 8 बजे शौच के लिए घर से बाहर गई थी। जब देर रात तक वह वापस नहीं आई तो घरवालों को चिंता हुई। काफी खोज के बाद भी उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। कुछ दिनों बाद पता चला कि उसका कन्वर्जन कराकर गांव में ही निकाह करा दिया गया है।
30 मई को पता चला कि उनकी बेटी को गांव के ही मोहम्मद मुस्ताक खान का बेटा मोहम्मद पप्पू खान ने अगवा कर लिया है। उसका जबरन कन्वर्जन करा कर निकाह भी करा दिया गया। जब उन लोगों ने आरोपी के घर जाकर उसके परिजनों से बात की तो वे लोग जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए। सभी के हाथ में हथियार थे। वे लोग घर पर चढ़ाई करके गाली—गलौज कर रहे थे। उनका कहना था कि वह पीड़िता अब उनकी बेटी नहीं बल्कि उनकी बहू है। एक महादलित नाबालिक लड़की का अपहरण कर उसका जबरन कन्वर्जन कराकर मुसलमानों द्वारा दीपनगर मस्जिद में निकाह करा दिया गया, परंतु इस संबंध में जब पीड़ित के पिता ने पुलिस को जानकारी दी तो पुलिस ने कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की।
इस प्रकार की एक और घटना गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र में भी घटित हुई है। वहां भी मुसलमानों द्वारा दलित परिवार की लड़की का अपहरण कर उसका जबरन निकाह कराया है।
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संजीव कुमार
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