आपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर कंगना ने खालिस्तानियों को खरी-खरी सुनाते हुए पूछे कुछ तर्कपूर्ण सवाल। पूर्व क्रिकेटर ने भिंडरावाले को बताया ‘शहीद’
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर कंगना ने खालिस्तानियों को खूब खरी—खरी सुनाई है। इतना ही नहीं सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री ने कांग्रेस के साथ उनकी गुपचुप साठगांठ को भी आड़े हाथों लिया है। 6 जून को स्वर्णमंदिर परिसर में छुपे खालिस्तानी उग्रवादियों के खिलाफ तत्कालीन इंदिरा सरकार ने ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया था। पंजाब में भी तक कांग्रेस की सरकार थी। तथाकथित खालिस्तान का एक काफी बड़ा भाग पाकिस्तान को कांग्रेस के नेताओं ने ही दे दिया था। लेकिन कोई इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाता है।
उल्लेखनीय है कि 6 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी थी। भारत भक्त अभिनेत्री कंगना ने ‘कू’ एप पर अपनी बात रखी। इसमें उन्होंने लिखा—“आज के दिन पंजाब में ऑपरेशन ब्लूस्टार हुआ, तब वहां कांग्रेस का शासन था…यह हमारे देश और उसके लोगों के बारे में बहुत कुछ कहता है…तथाकथित खालिस्तान का एक बड़ा हिस्सा कांग्रेस के नेताओं ने ही पाकिस्तान को दिया गया था, लेकिन आतंकवादी इस बारे में पूछने की हिम्मत भी नहीं करते। अपनी सुविधा के हिसाब से आतंकवाद आवाज उठाता है…।”
कंगना ने खालिस्तानियों से सहानुभूति रखने वालों पर कई सवाल उठाए हैं। पहला यह कि, पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस वहां राज कैसे कर रही है, क्योंकि ऑपरेशन ब्लूस्टार तो तब हुआ था जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। दूसरा सवाल यह कि, तथाकथित खालिस्तान का एक बड़ा हिस्सा बंटवारे के वक्त पाकिस्तान को दे दिया था। शुरू में देश पर शासन करने वाले कांग्रेसी नेताओं ने ही बंटवारे की शर्तों पर सहमति दिखाई थी। लेकिन पड़ोसी देश से पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के अपने ‘अहम हिस्से’ को लेकर किसी आतंकवादी ने कोई सवाल नहीं पूछा।
खालिस्तानी अराजक तत्वों ने अनेक मौकों पर विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है, लेकिन कभी पाकिस्तान के दूतावास के बाहर ऐसा करने की हिम्मत नहीं दिखाई। यह कोई छुपी बात नहीं है कि देश में जारी ‘किसान आंदोलन’ को खालिस्तानी ताकतों का कथित समर्थन प्राप्त है। रैलियों में खालिस्तानी झंडे और बैनर लिए अलगावादी तत्व देखे गए हैं। सिख फॉर जस्टिस जैसे उग्र खालिस्तान का समर्थन करने वाले गुट ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान दंगा भड़काने के ‘ईनाम’ की घोषणा की थी।
हरभजन की अटपटी पोस्ट
पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने खालिस्तानी भिंडरावाले की तस्वीर साझा की और लिखा—प्रणाम शहीदां नूं। हरभजन ने इंस्टा स्टोरी पर साझा किए पोस्टर पर लिखा है, “शान से जियो और धर्म के लिए मरो।” ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर जरनैल सिंह भिंडरावाले की बढ़ाई करके हरभजन लोगों के गुस्से का निशाना बने हैं। हालांकि स्वर्ण मंदिर में भिंडरावाले के पोस्टर और खालिस्तानी झंडे देखे जाने का जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बचाव किया। उन्होंने कहा है कि ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा सिख अपना दर्द कम करते हैं। बहरहाल, हरभजन की उक्त हरकत के बाद हरभजन ट्विटर पर ट्रेंड हुए, लोगों ने आक्रोश में भरकर उनसे सवाल किया कि जिस भिंडरावाले ने तमाम हिंदुओं को मारा, क्या वह शहीद है?
-वेब डेस्क
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