कोविड19: चीनी वायरोलॉजिस्ट का दावा: चीन की लैब में बना कोरोना वायरस
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

कोविड19: चीनी वायरोलॉजिस्ट का दावा: चीन की लैब में बना कोरोना वायरस

by WEB DESK
May 31, 2021, 06:35 pm IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चीन की वायरोलॉजिस्ट डॉ. यांग ने कोरोना संक्रमण के लिए चीन को सीधे-सीधे दोषी ठहराया है। वे कहती हैं कि चीन ने वायरस जानबूझकर बनाया और उस दुनिया पर कहर बरपाने दिया

चीन की एक वायरोलॉजिस्ट ने दावा किया है कि कोरोना वायरस चीन की लैब से जैविक हथियार के तौर पर जानबूझकर जारी किया गया है। अमेरिका के इस संबंध में सख्त होते रवैए और तमाम देशों की वारस की उत्पत्ति की नए सिरे से मांग के संदर्भ में चीनी वायरोलॉजिस्ट डा. ली मेंग यांग ने अपने ताजा साक्षात्कार में ये कहा कि चीन की उस लैब की फिर से जांच होनी ही चाहिए।

यांग के इस वक्तव्य ने सभ्य देशों में एक बार फिर दुनिया को संकट में डालने की चीन की कथित शरारत को लेकर बहस छिड़ गई है। उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन के भी चीनी लैब में जांच का अगला चरण शुरू करने संबंधी बयान आए हैं। डा. यांग खुद भी वैज्ञानिक सबूत और जानकारियां साझा करेंगी ही, पर उनका ये भी कहना है कि वुहान जाकर जांच को नया आयाम मिलेगा। वे मानती हैं कि चीन सरकार ने बहुत से तथ्य छुपाए या मिटाए हैं। उन्होंने एक नई बात भी जोड़ेगी कि जांच दलों को हांगकांग और बीजिंग की प्रयोगशालाओं में भी जाकर देखना चाहिए। इस तरह की मांग करने वाली वे पहली विज्ञानी हैं।

अप्रैल 2020 में चीन से अमेरिका जाकर शरण लेने वाली डा. यांग ने साफ कहा कि लैब से ऐसे ही कोई वायरस नहीं निकल जाता। हो सकता है ये एक छोटे से समुदाय में इसके असर को देखने के लिए छोड़ा गया हो, जो बाद में नियंत्रण से बाहर हो गया हो। उनका कहना है कि जिस वायरस को स्थानीय स्तर पर ही नियंत्रित किया जा सकता था, हो सकता है उसे चीन सरकार द्वारा दुनिया भर में फैल जाने दिया गया। चीन को महामारी का दोषी मानते हुए उन्होंने आगे कहा कि चीन ने इस बारे में अहम जानकारियां छुपाकर महीनों तक दुनिया को भ्रम में रखते हुए इसे महामारी बनने दिया। वह देश आज भी अपने गलत कामों को छुपाने के लिए दुनिया को छलावे दे रहा है।

इधर ब्रिटेन के प्रोफेसर एंगुस दाल्गलीश और नार्वे वैज्ञानिक डा. बरजर सोरेनसन ने एक नया अध्ययन प्रकाशित किया है जिसमें साफ लिखा है कि नोवल कोरोना वायरस चीन के वैज्ञानिकों ने लैब में तैयार किया, फिर रिवर्स इंजीनियरिंग करके ऐसा दिखाया जैसे ये कुदरती तौर पर चमगादड़ों से उपजा है। दोनों लेखकों का कहना है कि रिवर्स इंजीनियरिंग के सबूत तो उनके पास एक साल से थे लेकिन बड़ी पत्रिकाओं और दूसरे विद्वानों ने इसे अनदेखा किया। डा. यांग की ही तरह डा. सोरेनसन का भी मानना है कि चीन ने डाटा जानबूझकर बिगाड़ा, छुपाया या मिटाया है। उनकी रपट में कहा गया है कि जिन चीनी वैज्ञानिकों जैविक हथियार की बात की उनमें से ज्यादातर को ‘चुप’ करा दिया गया या गायब कर दिया गया।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्पति जो बाइडन ने अपनी खुफिया एजेंसियों को प्रयास दुगुने करके 90 दिन के अंदर वायरस की उत्पत्ति संबंधी पूरी रपट सौंपने को कहा है। इधर भारत सहित दुनिया के अनेक देशों ने अमेरिका और विश्व स्वास्थ्य संगठन की नए सिरे से होने वाली जांच को पूरा समर्थन दिया है। दिलचस्प बात है कि चीन भी अपनी ‘दरियादिली’ दिखाता हुआ अनेक देशों के सामने ‘कोरोना से लड़ने में मदद’ देने की पेशकश दोहरा रहा है।
अब देखना है कि डा. ली मेंग यांग और नई रपट में चीन की कथित आपराधिक शरारत के बारे में नए अध्ययन और जांच क्या सामने लाते हैं।
-आलोक गोस्वामी

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

हिंदू ट्रस्ट में काम, चर्च में प्रार्थना, TTD अधिकारी निलंबित

प्रतीकात्मक तस्वीर

12 साल बाद आ रही है हिमालय सनातन की नंदा देवी राजजात यात्रा

पंजाब: अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरोह का पर्दाफाश, पाकिस्तानी कनेक्शन, 280 करोड़ की हेरोइन बरामद

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies