ब्रिटेन में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 29 साल के पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेन में जन्मे पूर्व इस्लामी आतंकी ने अपने ही माता—पिता पर मामला दर्ज किया है। उसने बताया कि उसे बचपन से वे जिहादी घुट्टी पिलाते आ रहे थे
‘मैं जब पांच साल का था तब मेरे माता—पिता ने आतंक का प्रशिक्षण दिया था। उन्होंने कहा था—जो मुस्लिम नहीं उससे नफरत करनी है। उन्होंने बताया कि इस्लाम के विरुद्ध जंग जारी है। मुझे जंग के लिए तैयार रहना है। मेरे अंदर कट्टरपंथी और सलाफी सोच भर—भरकर इंग्लैंड के विरुद्ध युद्ध करने को तैयार किया।” ये कहना है पाकिस्तानी मूल के ब्रिटेन में पैदा हुए, 29 साल के पूर्व इस्लामी आतंकवादी का। और उसने खुद अपने माता—पिता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए ये खुलासा किया। ब्रिटेन के नामी अखबार डेली मेल ने इस पर एक बड़ी खबर छापते हुए लिखा है कि यह अपनी तरह का अनोखा मामला आया है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में बच्चों के शोषण के मामलों में अदालती कार्रवाई का प्रावधान तो हैं लेकिन अपने ही माता—पिता पर कट्टरपंथी घुट्टी पिलाने और उस पर मामला चलाने का कोई प्रावधान नहीं है।
पूर्व आतंकी ने आगे दावा किया कि अल कायदा से नाता रखने वाले अनवर अल-अवलाकी की एक कार्यशाला में भी उसने भाग लिया था। अवलाकी यमन में ड्रोन हमले में हलाक हुआ था। पूर्व आतंकी ने अपने माता-पिता के बारे में बताया कि उन्होंने उसे इस्लाम के खिलाफ चल रही जंग में इस देश यानी ब्रिटेन के खिलाफ जंग के लिए तैयार रहना है। इस शख्स ने साफ बताया कि लंदन में पलते—बढ़ते हुए उसके भाई-बहन भी वैसे ही कट्टरपंथी थे।
पूर्व आतंकी ने अपने अभिभावकों पर शारीरिक और मानसिक शोषण करने का भी आरोप लगाया है। उसने कहा कि गत 5 साल से उसका अपने माता—पिता से कोई संपर्क नहीं है। मई के दूसरे हफ्ते में उसने परिस्थितियों से उकता कर पुलिस थाने में अपने माता—पिता के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई। इस बीच पुलिस ने उससे कई सवाल—जवाब किए और मामले की गहराई तक जाने का प्रयत्न किया। उसने बताया कि उसके माता-पिता ने घुट्टी में उसे इंग्लैंड, दूसरे पश्चिमी देशों और गैर मुस्लिमों से नफरत करने की तालीम दी।
ब्रिटेन के आतंक विरोधी दस्ते के अफसरों ने उससे गहन पूछताछ करके उस ‘सुरक्षित ठिकाने’ पर भेजने का फैसला किया है। ब्रिटेन के अधिकारियों को उस पूर्व आतंकी से और राज पता चलने का अनुमान है। सारी तफ्तीश के बाद, वे आगे की कार्रवाई पर विचार करेंगे। लेकिन फिलहाल इस मामले को लेकर ब्रिटेनवासी खासे चिंतित हैं। कई लोगों का कहना है कि न जाने और कितने मुस्लिम घरों में बच्चों को ऐसी कट्टर तालीम दी जा रही है जिसका उन्हें अंदाजा तक नहीं है।
=आलोक गोस्वामी
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