सेना के जवान नवीन कुमार सिंह गत दिनों जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए. वे उत्तर प्रदेश में गोरखपुर जनपद के मूल निवासी थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शौर्य और वीरता को नमन करते हुए शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है. इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जायेगी तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “ राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद के सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा. इस घड़ी में राज्य सरकार उनके परिवार के साथ है. शहीद के परिवार को हर सम्भव मदद प्रदान की जायेगी.” उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने जब शहीदों के आश्रितों को नौकरी देने के बारे में अफसरों से पूछा था तो उन्हें बताया गया कि प्रदेश में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. योगी आदित्यनाथ को काफी आश्चर्य हुआ कि जो लोग देश की रक्षा के लिए शहीद हो गए. उनके आश्रितों को नौकरी देने तक के बारे में कभी प्रदेश सरकार ने नहीं सोचा. इसके बाद कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पास करा कर योगी आदित्यनाथ ने शहीदों के आश्रितों को नौकरी देने की शुरुआत कराई.
इसी प्रकार पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों को आर्थिक सहायता पहुंचाई गई. उप मुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्या के आह्वान पर लोक निर्माण विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों ने एक दिन का वेतन पुलवामा हमले में शहीद हुए आश्रितों को दिया. 14 फरवरी वर्ष 2020 को जब पूरा देश पुलवामा के शहीदों को नमन कर रहा था. ठीक उसी समय शहीदों के माता-पिता का पैर छूकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने आशीर्वाद प्राप्त किया. सामाजिकता को देखते हुए शहीद जवान की पत्नी को 11 लाख रुपये का चेक और शहीद के माता –पिता को भी 11 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया. इस तरह से पुलवामा में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के 14 जवानों के प्रत्येक घर को 22 लाख रुपये की आर्थिक सहायता पहुंचाई गई. इस आयोजन के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट किया कि शहीदों के परिवारों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी.
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