इन दिनों पूर्वोत्तर भारत के छह राज्यों मेघालय, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और अन्य आनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे हैं। इन सेवा कार्यों से प्रतिदिन सैकड़ों लोग लाभान्वित हो रह हैं
पूर्वोत्तर का एक प्रमुख राज्य है मेघालय। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और सेवा भारती के कार्यकर्ता कई तरह के कार्य कर रहे हैं। बहुत सारे स्वयंसेवक आयुष मंत्रालय की दवा वितरित करने में सहयोग कर रहे हैं। मेघालय के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने बताया कि स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं ने अब तक 3,000 घरों तक दवाई पहुंचाई है। इसके साथ ही शिल्लोंग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल ‘निग्रिम्स’ में संघ के स्वयंसेवक कोरोना मरीजों की मदद में लगे हैं। जबकि सेवा भारती के कार्यकर्ता लॉकडाउन के कारण रोजी-रोटी छिन गए लोगों की सहायता कर रहे हैं। ये कार्यकर्ता प्रतिदिन पिछड़े इलाकों में जा रहे हैं और जरूरतमंदों को राशन किट दे रहे हैं। अब तक 8,000 से अधिक राशन के किट यहां वितरित किए गए हैं। चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं और जरूरत होने पर उन्हें दवाई भी दे रहे हैं।
कार्यकर्ताओं ने अन्य प्रांतों के 635 से अधिक विद्यार्थियों के लिए भोजन की व्यवस्था की है। ऐसे ही 243 छात्रों को उनके घरों तक पहुंचाने का कार्य भी किया गया है। स्वयंसेवक जरूरतमंदों के लिए रक्तदान भी कर रहे हैं। अब तक 27 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया है। कार्यकर्ता जगह-जगह पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए चाय-पानी की व्यवस्था करते हैं। मेघालय के कार्यकर्ताओं ने 600 पशु-पक्षियों के लिए चारे की भी व्यवस्था की है। पूरे मेघालय में संघ परिवार के 500 से अधिक कार्यकर्ता सक्रिय रूप से सेवा कार्यों में लगे हैं।
ऐसे ही असम में सेवा भारती, पूर्वांचल और नेशनल मेडिकोज आॅर्गनाइजेशन (एनएमओ) के तत्वावधान में असम के 126 स्थानों पर कोरोना के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाया गया। इन जगहों पर कार्यकर्ताओं ने लोगों को बताया कि महामारी को हल्के में न लें और सर्दी-बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों मेें जागरूकता बढ़ी है। वे लोग इस महामारी को लेकर सजग हो गए हैं। सेवा भारती, पूर्वांचल के क्षेत्र संगठन मंत्री श्री सुरेंद्र तालखेड़कर ने बताया कि असम के सभी जिलों में हेल्पलाइन चल रही है। इसके साथ 94 चिकित्सक जुड़े हैं। इस लाइन पर फोन करके अब तक 5,000 लोग चिकित्सकीय सलाह ले चुके हैं। असम में अब तक 1,00,000 से अधिक मास्क बांटे गए हैं। कार्यकर्ता पांच स्थानों पर टीकाकरण केंद्र चला रहे हैं। इन केंद्रों के लिए सरकार टीका उपलब्ध कराती है और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए टीकाकरण किया जा रहा है। इसके साथ ही कार्यकर्ता घर-घर आवश्यक दवाइयां वितरित कर रहे हैं। पूर्वोत्तर के अन्य पांच राज्यों में भी संघ के स्वयंसेवक सेवा कार्य कर रहे हैं। दक्षिण असम में सेवा भारती द्वारा पांच एम्बुलेंस चलाई जा रही है। इससे लोगों को हर तरह की मदद मिल रही है।
मणिपुर में सेवा भारती सात टीकाकरण केंद्रों का संचालन कर रही है। इसके साथ ही आम लोगों के लिए हेल्पलाइन जारी की गई है। ‘मोबाइल कोरोना टेस्टिंग लैब’ भी काम कर रही है। जरूरतमंदों को प्जाल्मा मिल सके, इसके लिए कार्यकर्ता प्लाज्मा दान कर रहे हैं।
त्रिपुरा में तीन ‘कोविड केयर सेंटर’ शुरू करने के लिए सेवा भारती के कार्यकर्ता तेजी से काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि जल्दी ही इन तीनों में मरीजों का इलाज होने लगेगा। यहां कई रक्तदान शिविर आयोजित हो चुके हैं।
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में सेवा भारती के कार्यकर्ता कोरोना को लेकर जनजागरूकता अभियान चला रहे हैं। इस अभियान को और विस्तार देने की योजना है।
नागालैंड में सेवा भारती टीकाकरण केंद्र चला रही है। इसके साथ ही कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को कोरोना के प्रति सजग रहने को कह रहे हैं और मास्क बांट रहे हैं।
—वेब डेस्क
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